आरयू ब्यूरो, लखनऊ। गुडंबा इलाके गढ़ी गांव में शुक्रवार की रात प्रेमा यादव (45) की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उसके ही सगे बेटे ने गोली मारकर की थी। गुडंबा पुलिस ने आरोपित बेटे को गिरफ्तार करने के साथ ही हत्या में इस्तेमाल असलहा भी घर से बरामद करने में आज सफलता पाई है। रविवार की शाम एएसपी टीजी अमित कुमार ने 42 घंटें के अंदर घटना का खुलासा करते हुए मीडिया को ये जानकारी एक प्रेसवार्ता में दी।
अमित कुमार ने आरोपित बेटे देवेंद्र कुमार ऊर्फ चकरू को अपने कार्यालय में मीडिया के सामने पेश करते हुए बताया कि देवेंद्र अपनी ही एक करीबी रिश्तेदार से शादी करना चाहता था, जिसका उसकी मां प्रेमा यादव विरोध कर रहीं थीं। इसके अलावा कुछ समय पहले बेचीं गयी करीब एक करोड़ रुपए की जमीन में से भी चकरू मां से पैसों की डिमांड कर रहा था, लेकिन चकरू की गलत आदतों को देखते हुए प्रेमा उसे पैसे देने के लिए तैयार नहीं थी। इन बातों को लेकर वो मां से काफी नाराज रहने लगा था।
झगड़े के बाद मार दी गोली
सीओ गाजीपुर दीपक कुमार सिंह ने बताया कि बीती शुक्रवार की रात चकरू शराब पीकर घर लौटा था। इस दौरान प्रेमा से इन्हीं बातों को लेकर झगड़ा हो गया। जिसके बाद बेटे ने घर में छिपाकर रखे तमंचे से प्रेमा के सिर पर गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी।
बहन ने कहा था घर में मौजूद नहीं था चकरू
उल्लेखनीय है कि गढ़ी गांव में प्रेमा यादव की शुक्रवार की रात करीब 11 बजे गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। घर के दरवाजे पर हुई सनसनीखेज घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस शुरू से ही घटना के पीछे चकरू के होने का अंदेशा जता रही थी। हालांकि प्रेमा की बेटी लालमती द्वारा घटना के समय चकरू के घर में ही नहीं मौजूद रहने की बात करते हुए अज्ञात हत्यारों के खिलाफ गुडंबा कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था।
पहले भी संगीन मामलों में जा चुका है जेल
एएसपी टीजी के अनुसार घरवालों के बयान में विरोधाभास होने पर पुलिस ने घटना के बाद से ही उनके मोबाइल की कॉल डिटेल व लोकेशन खंगालने के साथ ही चकरू के बारे में छानबीन की तो पता चला कि चकरू आपराधिक व उग्र प्रवृत्ति का है। वो पहले भी हत्या, आर्म्स एक्ट व गैंगस्टर एक्ट जैसे मामलों में गुडंबा कोतवाली से जेल भेजा जा चुका है। प्रेमा की हत्या के बाद भी वो बार-बार पुलिस के सामने बयान बदल रहा था। तमाम बिन्दुओं पर छानबीन करने के बाद पुलिस उसकी तलाश कर रही थी कि आज दोपहर मुखिबर से सूचना मिलने पर कुर्सी रोड से पिकनिक स्पॉट जाने वाले रास्ते से उसे गुडंबा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
घर में नहीं सुनी जा रही थी बात
कड़ाई से पूछताछ में देवेंद्र ने पुलिस को बताया कि घर में उसकी बात नहीं सुनी जा रही थी। वो अपनी एक रिश्तेदार से शादी करना चाहता था, लेकिन मां नहीं मान रही थी। इसके अलावा कुछ समय पहले बेची गयी जमीन के एक करोड़ रुपए में से उसने कुछ रुपए व्यापार करने के लिए मां से मांगे तो भी उसने मना कर दिया। हर बात में सिर्फ मां बड़े भाई की ही बात सुनती थी, जिसको लेकर उसे काफी खराब लगता था। वहीं चकरू की गिरफ्तारी व गुनाह कबूल करने के बाद अब पुलिस घर के अन्य सदस्यों की भूमिका के बारे में भी जांच कर रही है।
गिरफ्तारी में इनकी रही अहम भूमिका
इंस्पेक्टर गुडंबा रीतेन्द्र प्रताप सिंह, एसआइ रमाकांत द्विवेदी व अर्जुन द्विवेदी, हेड कांस्टेबल अबरार अहमद, कांस्टेबल यशपाल सिंह व राजन सिंह।