आरयू वेब टीम। भारत अपनी ताकत में ऐजाफा कर रहा। इसी क्रम में भारत ने शुक्रवार को एक लंबी दूरी तक मार करने वाले स्वदेशी बम का सफल हवाई परीक्षण किया है। ये बम पूरी तरह से स्वदेशी है। जिसका टेस्ट डीआरडीओ द्वारा विकसित इस बम को भारतीय वायुसेना एक एरियल प्लेटफॉर्म के जरिए किया गया है।
ये स्वदेशी बम दुश्मनों के घर में घुसकर वार करने में सक्षम है। वहीं खासियत की बात करें तो जहां साधारण बम को गिराने के बाद उन्हें नियंत्रित नहीं किया जा सकता, वहीं लॉन्ग रेंज गाइडेड बम, जिन्हें स्मार्ट बम भी कहा जाता है उन्हें गिराने के बाद उनकी दिशा और गति को बदला जा सकता है। इससे यह बम अचूक हो जाते हैं और दुश्मन के ठिकानों को नष्ट करने में खतरनाक साबित होते हैं।
एक स्मार्ट बम को साधारण बम से अलग तरह से डिजाइन किया जाता है। इनमें अलग से पर और पंख दिए जाते हैं, जिससे इनकी दिशा को नियंत्रित किया जाता है। इनके सिर्फ कुछ कोणों को बदलकर ही इनके लक्ष्य को बदला जा सकता है। यानी यह बम मुख्य तौर पर सीधे गिरने की जगह ग्लाइड करते हुए गिरते हैं और टारगेट को खत्म कर देते हैं।
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इससे पहले भारत ने बुधवार को एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से परमाणु सक्षम और सतह से सतह पर 5,000 किलोमीटर रेंज तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का सफल परीक्षण किया था। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “मिसाइल, जो तीन चरणों वाले ठोस ईंधन वाले इंजन का उपयोग करती है, बहुत उच्च सटीकता के साथ 5,000 किलोमीटर तक की दूरी पर लक्ष्य को भेदने में सक्षम है।” अग्नि-5 को डीआरडीओ और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड द्वारा विकसित किया गया है और इसका वजन करीब 50,000 किलोग्राम है।
मिसाइल 1.75 मीटर लंबी है, जिसका व्यास दो मीटर है। यह 1500 किलोग्राम का वारहेड तीन चरणों वाले रॉकेट बूस्टर के शीर्ष पर रखा जाएगा जो ठोस ईंधन द्वारा संचालित होते हैं।