DRDO वैज्ञानिक प्रदीप ने पाकिस्‍तान को दी भारतीय मिसाइलों की खुफिया जानकारी, ATS की चार्जशीट में हुआ बड़ा खुलासा

प्रदीप कुरुलकर

आरयू वेब टीम। महाराष्ट्र एटीएस ने कुछ महीने पहले डीआरडीओ के वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर को गिरफ्तार किया था। इसी मामले में एटीएस ने करीब 18 सौ पन्‍नों की चार्जशीट दायर की है। इसमें 203 गवाहों के बयान भी दर्ज किए गए हैं। देश से गद्दारी करने व पाकिस्‍तान की मद्द करने के मामले में पकड़ा गया प्रदीप कुरुलकर रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के प्रमुख वैज्ञानिक के रूप में कार्यरत था। उसपर रिसर्च और विकास स्थापना इंजीनियर्स (ई) के निदेशक की भी बड़ी जिम्मेदारी थी। चार्जशीट में एटीएस ने खुलासा किया है कि कुरुलकर ने पाकिस्तानी खुफिया संगठन के लिए काम करने वाली जारा दासगुप्ता को संवेदनशील और क्लासीफाइड जानकारी दी थी।

महाराष्ट्र एटीएस ने इस चार्जशीट में यह भी दावा किया है कि कुरुलकर ने कुछ सॉफ्टवेयर अपने फोन में डाउनलोड किया था जिसमें मैलवेयर था और पाकिस्तानी खुफिया संगठन (पीआइओ) ने उस सॉफ्टवेयर की सहायता से उसके फोन का इस्तेमाल कर हो सकता है कई अन्‍य संवेदनशील जानकारी भी हासिल की हो। इस चार्जशीट में कई गंभीर बातों का जिक्र किया गया है, जिसमें बताया गया है कि कई तरह की डिफेंस से जुड़ी तकनीक की जानकारी लीक की गई है।

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चार्जशीट में बताया गया है कि प्रदीप ने ब्रह्मोस और अग्नि छह मिसाइल लॉन्चर, सर्फ़ेस टू एयर मिसाइल, एंटी-सैटेलाइट मिसाइल, रुस्तम डीआरडीओ, मेंटर मिसाइल, रफेल (रफेल एडवांस्ड डिफ़ेंस सिस्टम की ओर संदर्भ कर रहा है), एके सिस्टम (एके-सीरीज हथियारों की ओर संदर्भ कर रहा है), आस्ट्रा मिसाइल (एयर टू एयर मिसाइल) और डिफेंस ड्रोन्स से जुड़ी तकनीकी जानकारियां साझा की हैं।

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वहीं एटीएस ने जांच के दौरान दो ऐसी महिलाओं का भी बयान दर्ज किया जिसके साथ कुरुलकर के कथित तौर से संबंध थे, उनमें से एक डीआरडीओ की पुणे कार्यालय की वेंडर थी। कुरुलकर उस कार्यालय का हेड था।

एक अधिकारी ने मीडिया को बताया की चार्जशीट में रक्षा परियोजनाओं से संबंधित बहुत ही संवेदनशील जानकारी भी जोड़ी गई है, जिसमें उनके परीक्षण, डिजाइन से संबंधित जानकारी है। ये सारी चीजें एटीएस को कुरुलकर के निजी फोन से मिली।” अधिकारी ने आगे बताया कि वो अभी ये नहीं कह सकते कि यह सारी जानकारी कुरुलकर ने पाकिस्तानी महिला को दी होगी पर इस तरह से सीक्रेट जानकारी अपने फोन में रखना ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट का वायलेशन है।

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