आरयू वेब टीम। बिहार में बुधवार सुबह पटना सहित राज्य के अधिकांश जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं, जिसके बाद अफरा-तफरी मच गई और लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। सुबह 5:04 पर बिहार के सहरसा, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर में 5.3 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप का केंद्र काठमांडू के पास 50 किमी पूर्व में था। अभी तक जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार भूकंप की तीव्रता रिएक्टर पैमाने पर 5.3 बताई जा रही है। इसका मुख्य केंद्र नेपाल की राजधानी काठमांडू के पास सिंधुपाल चौक बताया गया है। भूकंप के बाद काठमांडू में लोग अफरा-तफरी मच गई और घरों से बाहर निकल आए। भूकंप के कारण बिहार में भी लोग घबरा गए। हालांकि, कही से जान-माल की किसी क्षति की जानकारी नहीं मिली है।
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जबकि नेपाल की राजधानी काठमांडू में रिक्टर स्केल पर छह की तीव्रता वाला जोरदार भूकंप आया। इतना असर नेपाल सीमावर्ती बिहार के भू-भाग पर भी पड़ा। बिहार के पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, सारण, सिवान, गोपालगंज, सीतामढ़ी, शिवहर, समस्तीपुर, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर व पटना आदि दर्जनों जिलों में महसूस किए गए।
भूकंप के कारण पटना सहित बिहार के प्रभावित जिलों में लोग सुबह-सुबह घरों से बाहर निकल गए। उधर, नेपाल में इस भूकंप से दहशत का माहौल कायम हो गया। वहां भी लोग घरों से भागकर सड़कों पर निकल गए।
बता दें कि सिंधुपलचौक के एसपी राजन अधिकारी ने बताया, ‘हम पहले से जिले के सभी वॉर्ड के संपर्क में हैं। कही से किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है।” गौरतलब है कि नेपाल में 2015 में आए 7.9 तीव्रता के भूकंप में करीब दस हजार लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी और हजारों लोग घायल हो गए थे। भूकंप का केंद्र सिंधुपलचौक था, जहां सबसे ज्यादा नुकसान हुआ था।