बिहार की जनसभा में बोले अमित शाह, ‘भाजपा की सरकार बनाइए, दंगाइयों को उल्टा लटकाकर कर देंगे सीधा’

बिहार में अमित शाह
जनसभा को संबोधित करते अमित शाह।

आरयू वेब टीम। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को बिहार के नवादा में एक जनसभा को संबोधित किया, जहां उन्होंने राज्य में मौजूदा जदयू-राजद सरकार पर जमकर हमला बोला। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए अमित शाह ने कहा कि एक प्रधानमंत्री बनना चाहता है, जबकि दूसरा सीएम बनने की ख्वाहिश रखता है। साथ ही दंगों पर अमित शाह ने कहा कि आप भाजपा की सरकार बनवाएं इन दंगाइयों को उल्टा लटका कर सीधा करने का काम भाजपा करेगी।

अमित शाह ने सासाराम और नालंदा हिंसा पर बोलते हुए कहा कि बिहार की जनता से यह कहना चाहता हूं कि 2024 में बिहार को 40 सीट दीजिए और 2025 में भाजपा की सरकार बनाइए। दंगा करने वालो को उलटा लटका कर सीधा करेंगे। हम तुष्टीकरण की राजनीति नहीं करते हैं।

इस दौरान शाह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि जिस सरकार में लालू यादव के जंगल राज की पार्टी शामिल हो, क्या वह सरकार बिहार में शांति ला सकती है? इस महागठबंधन की सरकार को जड़ से उखाड़कर फेंकना होगा तभी राज्य में शांति आ पाएगी।

वहीं अमित शाह ने कहा कि नीतीश बाबू आप सत्ता की भूख में लालू प्रसाद यादव की गोद में बैठने को मजबूर हो गए। यहां जंगलराज बढ़ाने के लिए आप भी जिम्मेदार माने जाएंगे। नीतीश बाबू आपने अपने जीवन में कई पार्टियां बदली हैं, कई लोगों को धोखा दिया हैं, लेकिन जिस यूपीए में लालू के साथ आप गए हैं, उसने बिहार को क्या दिया?

शाह ने आगे कहा कि आज मैं सासाराम जाने वाला था, लेकिन वहां दुर्भाग्यपुर्ण घटना हुई। लोग मारे जा रहे हैं, गोलियां चल रही हैं, आंसू गैस छुट रहे हैं। मैं वहां नहीं जा पाया, लेकिन आज जब मैंने राज्यपाल को फोन किया तो लल्लन सिंह बुरा मान गए कि आप क्यों बिहार की चिंता करते हो?

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विपक्ष पर हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस, जेडीयू, आरजेडी, टीएमसी… अयोध्या में राम का मंदिर बनने का विरोध करते थे। मोदी जी ने एक दिन सुबह राम मंदिर का शिलान्यास कर दिया और आसमान से भी ऊंचा राम मंदिर बनने की शुरुआत हो गई है।

वहीं चेतावनी देते हुए अमित शाह ने कहा कि मैं एक बात स्पष्ट कर देता हूं कि चुनाव के परिणामों के बाद नीतीश बाबू और लल्लन बाबू को भाजपा में वापस नहीं लिया जाएगा। नीतीश बाबू और लल्लन बाबू के लिए भाजपा के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो चुके हैं। जातिवाद का जहर घोलने वाले नीतीश बाबू और जंगलराज के प्रणेता लालू प्रसाद… इन दोनों के साथ भाजपा कभी राजनीतिक सफर नहीं तय कर सकती।

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