आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी में इन दिनों मस्जिदों से लाउडस्पीकरों की अजान पर हो रहे विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर संगीता श्रीवास्तव के बाद अब बलिया से योगी सरकार में राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने इसपर ऐतराज जताते हुए अपने विधानसभा क्षेत्र में मस्जिद से लाउडस्पीकरों को हटाने की मांग को लेकर डीएम को पत्र लिखा है। जिसके बाद पुलिस फौरन हरकत में आ गई। इस पूरे मामले में शिया धर्म गुरु और ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना यासूब अब्बास ने अफसोस जाहिर करते हुए सरकार से मांग की है कि इस तरह के लोगों पर लगाम लगाई जाए, जो देश में हिंदू और मुसलमानों के बीच नफरत को बढ़ावा दे रहे हैं।
राज्य मंत्री के पत्र लिखे जाने के बाद ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष और शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि ये बड़े अफसोस की बात है कि उत्तर प्रदेश सरकार के एक मंत्री ने अजान को लेकर एतराज किया है। हम इसकी निंदा करते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग करते हैं कि सरकारी पदों पर बैठे हुए लोग अजान को लेकर जिस तरह से एतराज कर रहे हैं, यह हिंदू-मुस्लिमों को लड़ाने की एक कोशिश है। ऐसे लोगों पर लगाम लगाई जानी चाहिए।
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ये कुछ लोगों की सोची-समझी साजिश
उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान गंगा-जमुनी तहजीब का देश है। यहां मंदिरों में घंटे और भजन-कीर्तन से जब मुसलमानों को ऐतराज नहीं होता तो हिंदू भाइयों को भी मस्जिदों में अजान को लेकर कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। ये कुछ लोगों की सोची-समझी साजिश है, जिससे वह चाहते हैं कि हिंदू मुसलमानों के बीच एक लकीर खींची जा सके।
गौरतलब है कि राज्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने पत्र लिखकर जिलाधिकारी से कहा है कि उनके गृह जनपद बलिया में स्थित मस्जिदों में नमाज के दौरान अजान और दिन भर लाउडस्पीकर के माध्यम से धार्मिक प्रचार-प्रसार और विभिन्न प्रकार की सूचनाओं को अत्यधिक तेज आवाज में प्रसारित किया जाता है। इससे छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन में दिक्कतें आती हैं।साथ ही बच्चों, बूढ़ों और बीमार लोगों के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है, जिस वजह से जन-सामान्य को अधिक ध्वनि प्रदूषण का सामना करना पड़ रहा है, इसलिए मस्जिद से लाउडस्पीकर को हटाया जाए।