आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्था को लेकर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने आज योगी सरकार निशाना साधा है। लल्लू ने कहा है कि लखनऊ से लेकर नोएडा तक भाजपा नेताओं के ही अस्पताल हैं, जहां लूट की पूरी छूट है। लूट को रोका जा सके इसके लिए सरकार के पास कोई भी नीति नहीं है। हालात यहां तक खराब है कि अपने छह साल के मुख्यमंत्री पद के कार्यकाल के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ करीब चार सौ बार गोरखपुर के चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन वहां भी चिकित्सा व्यवस्था अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है।
अजय कुमार आज कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता में पत्रकारों से बात कर रहे थे। इस दौरान लल्लू ने कहा कि किसी भी राज्य की परिकल्पना उसकी मूल भूत सुविधाओं पर होती है। उत्तर प्रदेश में बिल्कुल इसके विपरीत है। चिकित्सा, शिक्षा व सुरक्षा बाजारीकरण की भेंट चढ़ चुका है। हद तो तब हो गई कि देवरिया जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड को मेडिकल कॉलेज का ट्रामा सेंटर बना दिया गया और जिला अस्पताल के इमरजेंसी को समाप्त कर दिया गया है। केवल इमारत बनाने से हॉस्पिटल में लोगों का इलाज नहीं होता है, बल्कि वहां पर संसाधन उपलब्ध कराने पड़ते हैं।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने दावा किया कि प्राइवेट अस्पतालों पर सरकार का कोई अंकुश नहीं है। यहां से लेकर नोएडा तक भाजपा नेताओं के ही अस्पताल हैं, जहां लूट की पूरी छूट है। लूट को रोका जा सके इसके लिए सरकार के पास कोई भी नीति नहीं है। उन्होंने आरोप लगाते यह भी कहा कि मेडिकल कॉलेज व प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टरों पर योगी जी क्यों नहीं मेहरबान हों जब योगी जी के गोरखनाथ अस्पताल में जाकर मुफ्त सेवा देते हैं। इनके सानिध्य में लूट, खसोट मचा रखा है।
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अजय कुमार के अनुसार गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में आज भी ट्रामा सेंटर, ओपीडी, आईपीडी व मरीजों की भर्ती होती है। जहां पर आज कई बेड पुराने हो गये हैं, जर्जर भवन, खराब वायरिंग तथा बिजली के तार इधर-उधर लटके हुए हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में भूकंप आया था जिसके चलते कई जगह दीवारों में दरारें पड़ गई थी, लेकिन आज भी हालात नहीं सुधरें हैं और भगवान भरोसे मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहा है।
घोषणाएं साबित हुई हवा-हवाई, सिर्फ 25 डॉक्टर कर रहें काम
कांग्रेस नेता ने बीजेपी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए आज मीडिया से यह भी कहा कि 22 जुलाई 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एम्स का शिलान्यास किया था, जबकि सात दिसंबर 2021 को उद्घाटन हुआ उस समय बताया गया कि 300 बेड का अस्पताल शुरू हो जायेगा 450 बेड अपने निर्माण के अंतिम दौर में हैं जो जनवरी 2022 में शुरू हो जाएगा साथ ही इमरजेंसी में 75 बेडों की व्यवस्था है 125 डॉक्टरों का चयन, 16 ऑपरेशन थियेटर, इमरजेंसी में 2 ऑपरेशन थियेटर, 200 बेडों का रैन बसेरा शुरू होगा, लेकिन सारी घोषणाएं हवा-हवाई साबित हुई। वर्तमान में मात्र 25 डॉक्टर ही कार्यरत हैं सारी जांचें बाहर से कराई जाती हैं जिससे मरीजों की जेबें कटती हैं।
चार सौ यात्राओं में कितना खर्च हुआ जनता का पैसा?
साथ ही लल्लू ने सीएम योगी की गोरखपुर की चार सौ यात्राओं पर सवाल उठाते हुए पूछा कि सरकारी धन का दुरुपयोग क्यों किया जा रहा है? अब तक की यात्राओं पर जनता का कितना पैसा खर्च किया गया है?
प्रेसवार्ता में उत्तर प्रदेश कांग्रेस मीडिया संयोजक अशोक सिंह, प्रदेश प्रवक्ता कृष्णकांत पाण्डेय, विशाल लोधी राजपूत व सचिन रावत भी मौजूद रहें।