आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माण कंपनी और अफसरों की लापरवाही के चलते निर्माणाधीन में सुरंग में फंसे 41 मजदूरों के लिए देश के संवेदनशील लोग प्रार्थना कर रहें। समय बीतने के साथ ही मजदूरों के परिजनों की चिंता भी बढ़ रही है। वहीं रविवार को इसे लेकर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने बिना नाम लिए सीएम योगी पर भी निशाना साधा है। अखिलेश ने रविवार को आरोप लगाया कि टनल के अंदर मजदूर फंसे हुए हैं और भाजपा के मुख्यमंत्री चुनाव प्रचार में बिजी हैं। साथ ही सपा प्रमुख ने मुख्यमंत्री से आपातकालीन बैठक बुलाने की मांग की है।
यूपी के पूर्व सीएम आज ने एक्स पर पोस्ट कर कहा उत्तरकाशी की सुरंग में फंसे सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने की जिम्मेदारी भाजपा सरकार की है। संकट की इस घड़ी में अन्य मजदूरों के साथ उत्तर प्रदेश के आठों मजदूरों के परिवारों के साथ हम सबका खड़ा होना उनके मनोबल को बढ़ाएगा। उम्मीद है चुनाव प्रचार में व्यस्त भाजपा के मुख्यमंत्री जी इनके लिए आपातकालीन बैठक बुलाकर यथा शीघ्र कोई निर्णय लेंगे।
मालूम हो कि, 12 नवंबर को दीवाली वाले दिन की सुबह सुरंग का एक हिस्सा ढह गया था और तब से 41 श्रमिक उसके अंदर फंसे हुए हैं। पहले यह संख्या 40 बताई गयी थी। इन 41 मजदूरों में से यूपी के भी आठ मजदूर शामिल हैं। मजूदरों को फिलहाल ण्क पाइप के जरिए खाना, पानी और ऑक्सीजन पहुंचाया जा रहा है।
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रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सुरंग के मलबे को भेदकर स्टील के कई पाइप के जरिए निकलने का रास्ता बनाकर श्रमिकों को बाहर निकालने की योजना पर अमल के दौरान कई बार रुकावट आयी है।
इस पूरे हादसे के पीछे सुरक्षा उपाय के नहीं किए जाने को जिम्मेदार बताया जा रहा है। लोगों का आरोप है कि निर्माण कंपनी ने पैसा बचाने के लिए मानकों के अनुसार जरूरी इंतजेजाम नहीं किए थे। ऐसी सुरंगों को बनाते समय एक पाईप भी डाला जाता है कि किसी आपातकालीन स्थित में मजदूर इसी से बाहर निकलते हैं, लेकिन कंपनी ने ऐसा नहीं किया और अधिकारी भी आंख बंद किए रहें। दूसरी ओर सुरंग में फंसे कई मजदूरों के परिजन भी राहत व बचाव कार्य से संतुष्ट नहीं हैं, उनका कहना है कि पहले निर्माण कार्य और अब बचाव कार्य में भी मनमानी की जा रही है।