आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लोकसभा चुनाव से पहले नेताओं के दल बदलने का दौर जारी है। इसी क्रम में यूपी की अंबेडकर नगर सीट से लोकसभा सांसद रितेश पांडे ने रविवार को बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया है। रितेश ने मायावाती को चिट्ठी लिखकर कहा है कि उन्होंने पार्टी में हो रही अपनी उपेक्षा की वजह से इसे छोड़ने का फैसला किया है।
रविवार दोपहर रितेश पांडे उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और अन्य भाजपा नेताओं की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। भाजपा में शामिल होने के बाद बीएसपी सांसद रितेश पांडे ने कहा कि मैं पिछले 15 सालों से बीएसपी के साथ काम कर रहा था। मैं उनकी (मायावती) सोच और गतिविधियों पर टिप्पणी नहीं करना चाहता। इस बारे में मैंने अपने त्यागपत्र में विस्तार से लिखा है। मेरे निर्वाचन क्षेत्र में जो कुछ भी हो रहा है वह पिछले पांच वर्षों में हुआ है।
उन्होंने कहा कि मैंने यह निर्णय उन सभी चीजों का मूल्यांकन करने के बाद लिया है, जो जमीन पर हो रही हैं, चाहे वह निर्वाचन क्षेत्र में दो औद्योगिक क्षेत्र हों, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे, स्कूल, चार लेन की सड़क, जो अंबेडकर नगर को अयोध्या के राम मंदिर से जोड़ती है, जिस तरह से लोगों, किसानों, महिलाओं, दलितों की आर्थिक स्थिति में बदलाव आया है और उनका जीवन स्तर ऊपर उठा है।
वहीं रितेश पांडे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपना इस्तीफा पोस्ट किया है। इसमें उन्होंने लोकसभा और उत्तर प्रदेश विधानसभा में बीएसपी का प्रतिनिधित्व करने के लिए मायावती और पार्टी नेताओं को शुक्रिया कहा है। उन्होंने मार्गदर्शन एवं सहयोग के लिए कार्यकर्ताओं के प्रति आभार भी व्यक्त किया है।
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अंबेडकरनगर सांसद ने मायावती को लिखे अपने इस्तीफे में लिखा, ‘लंबे समय से न तो मुझे पार्टी की बैठकों में बुलाया जा रहा है और न ही नेतृत्व के स्तर पर संवाद किया जा रहा है। मैं आपसे और शीर्ष पदाधिकारियों के साथ मुलाकात के लिए प्रयास किए, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं निकला। ऐसे में मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि पार्टी को मेरी सेवा और मौजूदगी की अब कोई जरूरत नहीं है, इसलिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के अलावा मेरे पास कोई विकल्प नहीं है।’