आजमगढ़ से नामांकन कर बोले, बसपा प्रत्याशी गुड्डू जमाली, लोकसभा चुनाव में विधानसभा जैसी गलती नहीं करेगा मुसलमान, क्‍योंकि…

गुड्डू जमाली
फाइल फोटो।

आरयू ब्यूरो,लखनऊ। आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव के नामांकन के चौथे दिन बहुजन समाज पार्टी के घोषित उम्मीदवार शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर तीन सेट में नामांकन दाखिल किया। नामांकन दाखिल करने के बाद शाह अलाम ने कहा कि इस बार उपचुनाव में बसपा की जीत होगी, क्योंकि कार्यकर्ताओं समर्थकों और इसकी विचारधारा से जुड़े लोगों को बसपा पर पूरा भरोसा है।

सपा पर निशाना साधते हुए गुड्डू जमाली ने कहा कि 2014 में अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे। एटा-इटावा, मैनपुरी से कई हजार लोग मुलायम सिंह को जिताने आए थे। अगर धांधली नहीं होती तो मेरी जीत निश्चित थी। आजमगढ़ को सपा का गढ़ कहा जाता है, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इस बार सपा का भ्रम टूट जाएगा और मैं तो गुजारिश करूंगा कि डिंपल जी चुनाव लड़े या उनके परिवार का कोई ऐसा सदस्य चुनाव लड़ ले, जिससे बाद में ये न कहा जा सके कि प्रत्याशी कमजोर था।

वहीं बसपा उम्मीदवार ने कहा कि लोकसभा उपचुनाव में मुस्लिम समाज विधानसभा जैसी गलती नहीं करेगा, क्योंकि विधानसभा चुनाव में मुस्लिम समाज ने एक तरफा वोटिंग समाजवादी पार्टी के पक्ष में की, जबकि अखिलेश की  बिरादरी के लोगों ने ही भाजपा को वोट कर दिया। इसलिए अब मुस्लिम समाज के लोग सपा के बहकावे में आने वाले नहीं हैं। उन्होंने दावा किया कि आने वाला समय बसपा का है, बसपा का पहला सांसद आजमगढ़ से था और इस बार भी उपचुनाव में जीत दर्ज करके पार्टी का नया उदय होगा। उन्होंने कहा कि 2027 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी पूर्ण बहुमत की सरकार प्रदेश में बनाएगी।

यह भी पढ़ें- मायावती का बड़ा फैसला, लालजी वर्मा समेत दो विधायकों को किया बसपा से निष्‍कासित, गुड्डू जमाली को दी बड़ी जिम्‍मेदारी

गौरतलब है कि गुड्डू जमाली ने विधानसभा चुनाव एआईएमआईएम के टिकट पर लड़ा था। चुनाव हारने के बाद वो फिर से बसपा में शामिल हुए हैं। जब उनसे इसे लेकर सवाल किया गया तो गुड्डू जमाली ने कहा कि मेरा जन्म ही बसपा में हुआ है। मेरी आत्मा बसपा में बसती है।

साथ ही विधानसभा चुनाव के दौरान एआइएमआइएम से मिले सहयोग पर उन्होंने धन्यवाद दिया। बसपा उम्मीदवार को 2014 के लोकसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव के हाथों हार का सामना करना पड़ा था, इसके जवाब में में उन्होने कहा कि उस समय बड़े पैमाने पर गुंडागर्दी, बूथ कैपचरिंग और प्रशासनिक दखलअंदाजी हुई थी जिस कारण से मुझे हार मिली थी।

यह भी पढ़ें- गुड्डू जमाली की बसपा में वापसी, मायावती ने आजमगढ़ लोकसभा सीट से बनाया प्रत्याशी