आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लोकसभा चुनाव से पहले आज केंद्रीय वित्त मंत्री निर्माला सीतारमण ने मोदी सरकार का अंतरिम बजट पेश किया। इस बजट की भाजपा व सरकार जहां खूबियां गिना रही है। वहीं विपक्षी दलों ने इसे चुनावी जुमला व झूठ का पुलिंदा बताया है। इन सबके बीच लखनऊ के व्यापारियों ने भी माना है कि उन्हें इस बजट में कुछ नहीं मिला है। साथ ही इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए व्यापारी व उद्योगपतियों ने खुद को सरकार में प्राथमिकता दिए जाने की बात कही है।
आज उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल व फिक्की के संयुक्त तत्वाधान में लखनऊ के सेंट्रल होटल में बजट चर्चा का आयोजन किया गया। इसमें सूबे की राजधानी के व्यापारी, उद्योगपति, चार्टर्ड अकाउंटेंट, महिला व्यापारी और अर्थशास्त्री शामिल हुए और साथ बैठकर बजट का सजीव प्रसारण देखा।
बजट चर्चा में उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय गुप्ता ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बजट में सीधे तौर पर वित्त मंत्री ने व्यापारियों को कुछ भी नहीं दिया। बजट में व्यापारियों को ई-कॉमर्स पॉलिसी, रिटेल ट्रेड पॉलिसी, सभी प्रमुख बाजारों के लिए सीसीटीवी कैमरा योजना, व्यापारी स्वास्थ्य बीमा योजना लागू किए जाने की अपेक्षा थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
संजय गुप्ता ने कहा कि व्यापारियों को उम्मीद है नई सरकार बनने पर नए वित्त मंत्री व्यापारियों व उद्योगों को भी अपनी प्राथमिकता में शामिल करेंगे, क्योंकि युवा, किसान, महिला, गरीब के साथ-साथ व्यापार उद्योग को प्राथमिकता में रखने से ही देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में सहायता मिलेगी।
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बजट चर्चा में उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष अविनाश त्रिपाठी, नगर अध्यक्ष हरजिनदर सिंह, ट्रांस गोमती अध्यक्ष अनिरुद्ध निगम, नगर महामंत्री राजीव शुक्ला, वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. साकेत चतुर्वेदी, मोहम्मद आदिल, महिला इकाई की ट्रांस गोमती अध्यक्ष अंजलि मौर्य, उपाध्यक्ष रितु ठाकुर, एकता, रीमा अग्रवाल, चार्टर्ड अकाउंटेंट बीके गुप्ता, फिक्की के यूपी चेयरमैन मनोज गुप्ता, फिक्की के को चेयरमैन विश्वास स्वरूप, फिक्की के राज्य प्रमुख अमित गुप्ता समेत अन्य शामिल रहें।