आरयू ब्यूरो
लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव प्रदेश की पुलिस को हाईटेक बनाने के लिए लाख कोशिशें करें। डीजीपी जावीद अहमद समेत अन्य अफसर गिरते पारे में चोरों के खिलाफ सक्रिय रहने के निर्देश जारी कर रहे। इन सब के बाद भी राजधानी के ही थानेदारों पर कोई असर नहीं होता दिख रहा।
रातभर में खंगाल दिया बंद मकान
कुछ ऐसा ही उदाहरण पेश किया हैं ठाकुरगंज पुलिस ने, जनरैल गंज कालोनी में बीती रात खाली पड़े एक बंद मकान को चोरों ने सॉफ्ट टारगेट बना लिया। ताला तोड़कर अंदर घुसे चोरों ने बड़े आराम से पूरा घर खंगाल डाला। इस दौरान चोर तीन कमरे के तालों के व वॉडरोब तोड़कर 41 हजार नकद के साथ ही सोने- चांदी के जेवरात व अन्य सामाना समेटकर फरार हो गए। चोरी गए गहनों की कीमत नौ लाख बताई गई है।
नहीं पहुंची विशेषज्ञों की टीम, चोरों का बेलचा भी घटनास्थल पर छोड़ गई पुलिस
सूचना पाकर मौके पर पहुंची ठाकुरगंज पुलिस महज खानापूर्ति कर लौट गई। घटना के प्रति लापरवाह पुलिस ने मौके पर फिंगर प्रिन्ट एक्सपर्ट व डॉग स्क्वॉएड को भी बुलाना जरूरी नहीं समझा। इतना ही नहीं घटनास्थल की जांच पुलिस ने किस गंभीरता से की होगी इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता हैं कि वह चोरों का मौके पर छूटा बेलचा भी साथ नहीं ले गई।
मलिहाबाद शादी में गया था परिवार
जनरैलगंज कालोनी में श्रीनाथ तिवारी का मकान है। जहां वह पत्नी व दो बेटियों के साथ रहते है। श्रीनाथ तिवारी ने बताया कि कल रात मकान में ताला बंदकर वह परिवार के साथ मलिहाबाद में आयोजित एक शादी समारोह में हिस्सा लेने गए थे। बीती रात चाहरदीवारी फांदकर भीतर घुसे चोरों ने ड्राइंग रूम के साथ ही तीन कमरों और आलमारियों का ताला तोड़ने के साथ पूरे घर को खंगाल डाला। आज सुबह लौटे तो घर की स्थिति देख उन्होंने सौ नम्बर पर सूचना दी।
हाल ही में कालोनी में हुई थी चोरी
घटनास्थल पर पहुंची क्षेत्रिय पुलिस ने श्रीनाथ तिवारी को बताया कि 20-25 दिन पहले यहां से दो सौ मीटर की दूरी पर चोरों ने एक अन्य जगाह पर भी वारदात को अंजाम दिया था। उनकी तलाश की जा रही है।
मां की निशानी और बेटियों की शादी के लिए रखे जेवर भी ले गए चोर
मकान मालिक ने बताया कि चोरों ने कुछ नहीं छोड़ा। मां ने निशानी के तौर पर काफी सारे सोने-चांदी के गहने दिए थे। गहने काफी भारी होने के साथ ही 50 से 60 साल पुराने थे। बेटियां बड़ी हो गई है तो उनकी शादी के लिए भी आभूषण जुटाए थे। इसके अलावा पत्नी के भी जेवर रखे थे। जेवरातों की आज के समय में कीमत करीब नौ लाख होगी।
एक्सपर्टस की टीम मौके पर क्यों नहीं बुलाई गई। इस बारे में एसओ ठाकुरगंज और सीओ से पूछा जाएगा। एसपी पश्चिम, जय प्रकाश