आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद कांग्रेस ने योगी सरकार को घेरने के साथ ही हत्या के पीछे जेल प्रशासन, पुलिस व एलआइयू के लोगों के शामिल होने का अंदेशा जताया है। वहीं घटना को बेहद गंभीर बताते हुए कांग्रेस ने इसकी सीबीआइ जांच कराने की मांग की है।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता ओंकारनाथ सिंह ने योगी सरकार को फेल बताते हुए कहा कि यूपी में कानून-व्यवस्था इस कदर जर्जर हेा चुकी है कि अब जेल भी सुरक्षित नहीं है। अपराधी जेल के अन्दर भी निर्भीकता से अपराध को अंजाम दे रहे हैं।
मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह की प्रेसवार्ता का जिक्र करते हुए ओंकारनाथ सिंह ने मीडिया से कहा कि कुख्यात मुन्ना बजरंगी की पत्नी ने दस दिन पहले प्रेस क्लब में पत्रकारों से कहा था कि उनके पति को बागपत जेल में शिफ्ट न किया जाय, क्योंकि उनकी वहां पर हत्या हो सकती है, लेकिन इसके बाद भी पुलिस व प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया।
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गंभीर आरोप लगाते हुए प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि माफिया डॉन की हत्या के पीछे एलआईयू, जेल प्रशासन और पुलिस की मिलीभगत दिखती है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि नहीं तो जेल के अन्दर असलहा कैसे पहुंचाता? उम्मीद यहीं है कि जिन दो असलहो से हत्या की गयी वह पहले से ही जेल में मौजूद था और हत्या के बाद पुलिस अभी तक असलहा भी बरामद नहीं कर सकी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी सीबीआइ जांच कराना बेहद जरूरी है।
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ऐसे तो कोई अपराधी नहीं जाना चाहेगा जेल
ओंकारनाथ सिंह ने तर्क देते हुए कहा कि मुन्ना बजरंगी की हत्या से एक गंभीर समस्या खड़ी होगी। जो अपराधी अभी तक पुलिस के सामने समर्पण करते थे वह अब जेल में जाने से बचेंगे और अपराध बढ़ेंगे।