आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। बागपत जेल में आज सुबह मुन्ना बजरंगी को दो-चार नहीं बल्कि पूरी दस गोलियां मारी गयी थी। ये गोलियां काफी करीब से मारी जाने के चलते सिर व शरीर के अन्य हिस्से को छेदते हुए पार हो गयी थी। ये खुलासा मुन्ना बजरंगी के पोस्टमॉर्टम के बाद हुआ है।
पीएम के दौरान डॉक्टरों को मात्र एक गोली मिली है, जो कि उसे 20 साल पहले एक मुठभेड़ के दौरान मारी गयी थी। ये गोली उसके पेट के पास फंसी हुयी थी। दूसरी ओर पुलिस और फॉरेंसिक की टीम ने घटनास्थल के पास से दस खोखे बरामद किए हैं। इसके अलावा काफी मशक्कत के बाद हत्या में प्रयुक्त .32 बोर की पिस्टल को देर शाम पुलिस ने गटर से बरामद कर लिया है। वहीं पास की नाली से दो मैग्जीन और 22 जिंदा कारतूस भी बरामद हुए है।
लखनऊ लाया जा रहा शव बवाल की आशंका
पोस्टमॉर्टम के बाद मुन्ना बजरंगी के परिजन व परिचित उसके शव को लेकर लखनऊ के लिए रवाना हो गए। यहां विकासनगर स्थित घर पर शव लाने के बाद देर रात या फिर कल अंतिम संस्कार किया जाएगा। हालांकि शव को गृह जनपद जौनपुर भी ले जाने की बात सामने आ रही है। दूसरी ओर मुन्ना बजरंगी की जिस तरह से हत्या हुई है, उसको लेकर समर्थकों में रोष व्याप्त है। बवाल की आशंका को देखते हुए राजधानी समेत जौनपुर और वाराणसी की पुलिस ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है।
इससे पहले दोपहर में बागपत पहुंची मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने हत्या को सियासी षड्यंत्र बताते हुए सत्ता पक्ष के लोगों के भी इसमें शामिल होने की बात कही है। सीमा सिंह ने एक बार फिर मुख्यमंत्री से इंसाफ की गुहार लगाते हुए कहा कि ऐसा नहीं हुआ तो वह सीएम आवास पर धरना देंगी।
वही अन्य परिजनों का कहना था कि मुन्ना बजरंगी बीमार था, इसके बाद भी जबरदस्ती उसे पेशी के नाम पर बागपत जेल में दाखिल कराया गया। जबकि उसे पुलिस लाइन ले जाना था। पुलिस का कहना है कि किसी बात को लेकर विवाद होने के बाद कुख्यात सुनील राठी ने मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या की है। पुलिस रात तक उससे बारीकी से पूछताछ कर रही थी।