आरयू ब्यूरो, लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती के नाम को लेकर एक विवाद सामने आया है। कुछ मीडिया हाउस द्वारा मायावती का पुराना नाम चन्द्रावती प्रभु दास बताने पर बसपा सुप्रीमो ने कड़ी आपत्ति जताई है। मायावती ने सोमवार को साफ तौर पर कहा है कि उनके जन्म से लेकर अब तक सभी छोटे-बड़े सम्मान के साथ उन्हें मायावती या बहनी जी कहकर संबोधित करते हैं। ऐसे में जातिवादी मीडिया नकल करने की जगह खुद पड़ताल करने के बाद ही जीवन परिचय लिखे।
यूपी की पूर्व सीएम ने आज इस बारे में एक्स पर तीन पोस्ट किए हैं। जिसमें अपनी खुद ही तारीफ करने के साथ ही पत्रकारों पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा है कि मीडिया में जातिवादी मानसिकता वाले एक वर्ग द्वारा ’व्यक्ति विशेष’ कार्यक्रम में कमजोर व उपेक्षित वर्गों को उनका संवैधानिक हक दिलाकर उन्हें आत्म-सम्मान व स्वाभिमान का जीवन दिलाने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित करने वाली बीएसपी प्रमुख के नाम के साथ खिलवाड़ अनुचित व गैरजिम्मेदाराना।
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चन्द्रावती नाम का संबोधन करने वाले मीडिया संस्थानों को नसीहत देते हुए बसपा सुप्रीमो ने आगे कहा कि ऐसे मीडिया वर्ग किसी की अंधी नकल करने के बजाय खुद की पड़ताल व सम्पर्क के बाद ही जीवन परिचय लिखें, क्योंकि इन (मायावती) को जन्म से लेकर अब तक मायावती तथा सम्मान से सभी छोटे-बड़े बहनजी कहकर ही संबोधित करते हैं अर्थात चन्द्रावती व अन्य किसी और नाम से नहीं। अतः गलत नाम प्रचारित करना निन्दनीय।
मीडिया से अनुरोध भी किया
जातिवादी बताने व नाराजगी जाहिर करने के साथ ही अपनी तीसरी पोस्ट में मायावती ने मीडिया से सुधार करने का भी अनुरोध किया है। मायावती ने अंत में कहा कि मीडिया से अनुरोध है कि किसी भी विशेष व्यक्तित्व के बारे में कोई जानकारी देने से पहले, सही तथ्यों की जानकारी जरूर प्राप्त कर लें, वरना गलत सूचना देने से मीडिया से लोगों का विश्वास ही उठ जाएगा। खासकर दलित समाज के मामले में जातिवादी मीडिया अपनी सोच जरूर सुधार ले तो बेहतर होगा।