नोट बदलने के नाम पर ठग ने खाते से उड़ाए 39 हजार, Paytm से की खरीदारी

ranjeet in ssp office
ठगी और पुलिस की उदासीनता की शिकायत करने एसएसपी कार्यलय पहुंचा रंजीत। फोटो- आरयू

आरयू रिपोर्टर

लखनऊ। नोटबंदी के चलते जहां जनता परेशान हैं, वहीं दूसरी ओर जालसाजों ने इसमें भी अपने लिए मौका तलाश लिया है। गोसाईगंज इलाके के एक युवक को फोन कर ठग ने पहले उसका वन टाइम पासवर्ड जाना और फिर नोट बदलने के नाम पर खाते से करीब 39 हजार रुपये उड़ा दिए। ठगी की रकम से जालसाज ने पेटीएम के जरिए खरीददारी कर डाली है। पीडि़त ने घटना के संबंध में साइबर सेल और एसएसपी कार्यलय में शिकायत की है।

इस तरह से ठगों ने दिया घटना को अंजाम

गोसाईगंज के गोमी खेड़ा गांव निवासी रंजीत कुमार प्राइवेट वाहन चालक है। रंजीत ने बताया कि उसका सेविंग एकाउंट देना बैंक की सरसवा ब्रांच में है। गुरुवार की शाम उसके मोबाइल पर 8677088082, 7280924411 से बारी-बारी फोन आता है। कॉल करने वाला खुद का परिचय बैंक मैनेजर के रूप में देता है, लेकिन आवाज कटने की वजह से बात नहीं हो पाई।

तीसरी बार 9570172464 से कॉल आने के बाद ठग ने कहा कि आपका एटीएम बंद हो गया है अगर आप चालू कराना चाहते है तो आपके मोबाइल पर एक नम्‍बर आएगा उसे हमें बताइयें ठग के झांसे में आए रंजीत ने मोबाइल पर आया वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) उसे बता दिया। ओटीपी लेने के बाद ठग रंजीत को सर्वर डाउन होने की बात कहकर उलझाए रहा।

इसी बीच पीडि़त के मोबाइल पर खाते से पैसा निकाले जाने का मैसेज आने लगा। ठगी से अंजान रंजीत ने मैसेज के बारे में जालसाज से पूछा तो उसने यह कहकर बात टाल दी कि आपके खाते से बड़ी नोट निकालकर छोटी नोट डाली जाएगी। यह चेकिंग जरूरी है।

एक दिन बाद पता चला ठगे जाने का पता, अब भटक रहा है पीडि़त

कल शाम रंजीत एटीएम पर पैसा निकालने पहुंचा तो खाते में करीब 39 हजार गायब देख अपना माथा पीट लिया। ठगी की जानकारी होने पर वह भागा-भागा बैंक पहुंचा, जहां बैंक बंद कर रहे कर्मचारियों ने उसे बताया कि उसके खाते से पेटीएम के जरिए पैसा निकाला गया है।

पीडि़त ने बताया कि इसकी शिकायत लेकर वह गोसाईगंज थाने पहुंचा जहां से एसओ ने उसे साइबर सेल जाने की नसीहत दे डाली। रात होने की वजह से आज सुबह वह साइबर सेल गया, लेकिन वहां भी कोई संतोषजनक कार्रवाई होती नही देख रंजीत एसएसपी मंजिल सैनी से मिलने उनके कार्यलय पहुंचा।

एसएसपी की गैर मौजूदगी के चलते उसे वहां से पीली पर्ची लेकर लौटना पड़ा। बकौल रंजीत ठगी गई रकम उसके कई महीनों की कमाई थी, जालसाजों का तीनों नम्‍बर अभी ऑन है। पुलिस अगर तेजी दिखा दे तो यह पैसा उसे वापस मिल सकता है।