आरयू वेब टीम।
मंगलवार को छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कैबिनेट में नौ मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गयी। आज रायपुर स्थित राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उन्हें शपथ दिलाई है।
वहीं इससे पहले 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अलावा टीएस सिंह देव और ताम्रध्वज साहू ने भी शपथ ली थी। ऐसे में अब मंत्रिमंडल में कुल 11 मंत्री हो गए हैं। जबकि राज्य में सीएम के अलावा 12 मंत्री हो सकते हैं। ऐसे में मंत्रिमंडल में अभी भी एक पद खाली है।
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वहीं इस बारे में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने मीडिया से कहा कि पहली बार के विधायकों को मौका नहीं दिया गया है। नए कैबिनेट में प्रदेश के सभी क्षेत्रों, जाति और वर्गों का समावेश है। साथ ही अनुभव को भी तरजीह दी गई है।
-शिव डहरिया- कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं। डहरिया सतनामी समाज के नेता हैं।
-अनिला भेड़िया- दूसरी बार विधायक चुनी गई हैं। महिला हैं, आदिवासी वर्ग से आती हैं।
-जयसिंह अग्रवाल- लगातार तीन बार कोरबा विधानसभा सीट से विधायक चुनकर आए हैं।
-रुद्र गुरू- दूसरी बार विधायक बने हैं, अनुसूचित जाति में सतनामी समाज के धर्मगुरू।
-उमेश पटेल – लगातार दूसरी बार विधायक बने। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष स्व. नंद कुमार पटेल के पुत्र हैं। रायगढ़ जिले की खरसिया विधानसभा सीट से पूर्व आईएएस ओपी चौधरी को करारी मात दी थी।
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-मोहम्मद अकबर- अजित जोगी की सरकार में खाद्य मंत्री रहे। चार बार विधायक रह चुके हैं।
-कवासी लखमा- बस्तर की कोंटा विधानसभा सीट से लगातार चौथी बार विधायक चुने गए हैं। आदिवासी समाज से आते हैं।
-रविंद्र चौबे- लंबा राजनीतिक अनुभव प्राप्त है, पूर्व में वह नेता प्रतिपक्ष भी रहे। चौबे ब्राह्मण वर्ग से आते हैं। सयुंक्त मध्य प्रदेश में दिग्विजय सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
-प्रेमसाय सिंह- अजित जोगी सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं।
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