आरयू ब्यूरो, लखनऊ/आजमगढ़। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि आजमगढ़ को सपा सरकार ने आतंक का गढ़ बना दिया था, लेकिन भाजपा की डबल इंजन की सरकार ने इसे विकास से जोड़ने का कार्य किया।
रविवार को आजमगढ़ लोकसभा के उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार दिनेश लाल यादव निरहुआ के समर्थन में चक्रपानपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए योगी ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा और कहा कि आजमगढ़ को समाजवादी पार्टी की सरकार ने आतंक का गढ़ बना दिया था, बहुजन समाज पार्टी भी उससे कभी अपने आपको मुक्त नहीं कर पाई, लेकिन आजमगढ़ को विकास के साथ जोड़ने का कार्य भाजपा की डबल इंजन की सरकार ने किया है।
योगी ने सपा और बसपा पर आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश के विकास के सपा-बसपा राहु और केतु हैं, ये विकास के क्रूर ग्रह हैं, इनसे आप जितनी दूरी बनाएंगे, विकास उतना ही नजदीक आएगा। भाजपा सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए योगी ने कहा कि आजमगढ़ में जिसे आप चुनते थे वह विकास तो नहीं करा पाये, उन्होंने आपके सामने पहचान का संकट जरूर खड़ा कर दिया और फिर जब सहारा देने की आवश्यकता थी तो फिर आजमगढ़ को मझधार में छोड़कर वह गायब हो गये। उन्होंने कहा, हम मानते थे कि अखिलेश जी विधायक बन गये हैं, तब भी आजमगढ़ को नहीं छोड़ेंगे क्योंकि आजमगढ़ ने संकट के समय में उनका साथ दिया है। साथ ही कहा के कार्यकर्ता संशय में थे कि वह धोखा जरूर देंगे।
योगी ने आरोप लगाया की कोरोना काल में अखिलेश यादव सांसद रहते हुए भी यहां हालचाल लेने नहीं आए, लेकिन कोरोना काल में मैं यहां तीन बार आया था। योगी ने सपा पर धोखा देने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि सपा ने पहले एक दलित नौजवान को टिकट देने का वादा किया और फिर सैफई परिवार में टिकट चला गया। उन्होंने कहा कि बहन जी ने जिन्हें अपना प्रत्याशी बनाया है, सपा उन्हें भी धोखा दे चुकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह (शाह आलम) सपा में गये थे, लेकिन सपा ने टिकट से वंचित कर बेरोजगार कर दिया था, क्योंकि सपा की प्रवृत्ति ही धोखा देने की है। वरिष्ठ भाजपा नेता ने बिना नाम लिए कहा कि आपने दो-दो पूर्व मुख्यमंत्रियों (अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव) को सांसद बनाया था लेकिन उन लोगों ने आजमगढ़ के विकास में रुचि नहीं ली।
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योगी ने आरोप लगाया कि उनके लिए आजमगढ़ और उत्तर प्रदेश का विकास मायने नहीं रखता था, उनके लिए स्वयं का और अपने परिवार का विकास मायने रखता था। मुख्यमंत्री ने कहा, प्रदेश की जनता ने चार बार बसपा और तीन बार सपा को सत्ता में आने का अवसर दिया, लेकिन सपा और बसपा ने उसे धोखा दिया है। इन लोगों का विकास का कोई एजेंडा नहीं है।
विरोधियों पर हमलवर होते हुए सीएम ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने सभी बाधाओं को दूर किया और जब लगा कि ज्यादा जकड़न है तो उस जकड़न को दूर करने के लिए बुलडोजर का भी सहारा लिया है। भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में माहौल बनाते हुए योगी ने कहा कि आजमगढ़ की धरती एक बार फिर से आजमगढ़ वासियों को एक अवसर दे रही है और वह अवसर है इस उप चुनाव के माध्यम से आजमगढ़ को कहां लेकर जाना है।
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इस दौरान खासतौर से सपा और बसपा पर तंज कसते हुए योगी ने यह भी कहा कि आजमगढ़ के नौजवानों के सामने पहचान का संकट खड़ा हो गया, विकास ही नहीं हुआ। याद करिए सपा सरकार के समय आजमगढ़ का नौजवान जब देश के अंदर कहीं जाता था तो होटल में उसे कमरा नहीं मिलता था, धर्मशाला में टिकने नहीं देते थे, किराये पर कमरे नहीं मिलते थे। इस बीच योगी ने प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी व अपने गृह जिले गोरखपुर के विकास कार्यों की चर्चा करते हुए अपील की कि निरहुआ को सांसद बनवाइये।
गौरतलब है कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मैनपुरी के करहल से जीतने के बाद आजमगढ़ संसदीय सीट से इस्तीफा दे दिया था। अखिलेश यादव के इस्तीफे से रिक्त हुई आजमगढ़ संसदीय सीट पर 23 जून को मतदान होगा। यहां सपा प्रमुख के चचेरे भाई पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव को समाजवादी पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है। इसके पहले 2014 में आजमगढ़ संसदीय सीट से सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव चुनाव जीते थे।