आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को टीम-11 के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान सीएम ने कोरोना की तेजी से बढ़ती गति पर लगाम लगाने के लिए सभी अफसरों को फील्ड में जाने के साथ ही अस्पतालों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी जिलों में नाइट कर्फ्यू को सख्ती से लागू करवाने का निर्देश भी दिया। साथ ही सख्त लहजा इख्तियार करते हुए सीएम योगी ने अफसरों को चेताया है कि गलतफहमी में न रहें, लॉकडाउन नहीं लगेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम जनता को मरने नहीं देंगे, बेड की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। पहले से पूरी तैयारी करें। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अधिकारी कड़ाई से कोविड प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करें। जीवन और जीविका दोनों ही आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि आवश्यकतानुसार निजी हॉस्पिटलों और मेडिकल कॉलेजों का टेकओवर करें। उन्होंने जिलों में टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट पर जोर दिया और अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।
साथ ही मुख्यमंत्री ने अब हर दिन डेढ़ लाख से ज्यादा टेस्ट करने के साथ ही एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन व बस अड्डों की विशेष निगरानी रखने को कहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हाइ-वे पर टोल प्लाजा पर भी टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध कराएं। टेस्ट के लिए ट्रूनेट मशीनों का उपयोग किया जाए। इनमें से 70 प्रतिशत टेस्ट आरटी-पीसीआर के माध्यम से हो।
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योगी ने अधिकारियों से कहा कि फील्ड पर उतरने वाले अफसर सभी जगह पर कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करवाएं। बिना मास्क के मिलने वाले हर शख्स पर बड़ा जुर्माना करें। नवरात्र और रमजान को लेकर प्रदेश भर में सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करें। प्रदेशभर के सभी धर्म स्थलों पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित हो।
साथ ही निर्देश दिया कि सर्वाधिक संक्रमित लखनऊ में हिंद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस और मेयो मेडिकल सेंटर में कोविड बेड बढ़ाएं। इसी तरह अन्य निजी मेडिकल कॉलेजों में भी कोविड बेड्स स्थापित करने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि लखनऊ कैंसर अस्पताल को भी डेडीकेटेड कोविड हॉस्पिटल में बदलें। गांवों में स्वच्छता, सैनिटाइजेशन और फॉगिंग की व्यवस्था को उपलब्ध कराएं।