आरयू वेब टीम। राज्यसभा में बुधवार को नागरिकता संशोधन बिल पारित होने के बाद कांग्रेस, आप, सपा सहित विपक्षी पार्टियों ने मोदी सरकार के इस फैसले पर हमला बोलना शुरु कर दिया है। जहां कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बिल पारित होने को भारत के संवैधानिक इतिहास का ‘काला दिन’ करार दिया है।
सोनिया गांधी ने अपने बयान में कहा, ”आज भारत के संवैधानिक इतिहास में काला दिन है। नागरिकता संशोधन विधेयक का पारित होना तुच्छ सोच वाली और कट्टर ताकतों की भारत के बहुलवाद पर जीत है।” उन्होंने कहा, ”यह विधेयक उस आइडिया ऑफ इंडिया को बुनियादी तौर पर चुनौती है, जिसके लिए हमारे राष्ट्र निर्माताओं ने लड़ाई लड़ी। अब इसकी जगह अशांत, विकृत और विभाजित भारत बनेगा जहां धर्म राष्ट्रीयता की पहचान होगी।”
आप संविधान की बुनियाद को बदलने जा रहे: कपिल सिब्बल
कपिल सिब्बल ने कहा कि भारत का भरोसा टू नेशन थ्योरी में नहीं है। सरकार आज दो नेशन थ्योरी सही करने जा रही है। कांग्रेस एक नेशन में भरोसा करती है। आप संविधान की बुनियाद को बदलने जा रहे हैं। आप हमारा इतिहास बदलने जा रहे हैं। यह काली रात कभी खत्म नहीं होगी। आप कहते हैं सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास लेकिन आपने सबका विश्वास खो दिया है।
अपने ही देश में विदेशी हो गए घोषित: AAP
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा कि ये डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान के खिलाफ है। ये महात्मा गांधी के सपनों के खिलाफ है। हम इस बिल का विरोध करते हैं। आपको गुजरांवाला में रहने वाले हिंदुओं की चिंता है तो करिये, लेकिन गुजरात में पूर्वांचल और बिहार के मारे गए लोगों के बारे में आपने एक शब्द नहीं बोला। इस सदन में बताइए।
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आपने असम में एनआरसी लागू किया। 19 लाख लोगों को बाहर कर दिया। जिसमें लाखों की तादात में उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग हैं। जिनका रिकॉर्ड ना यूपी में है और ना ही बिहार में है। अपने ही देश में वो विदेशी घोषित हो गए। आप बांग्लादेश से आने वाले लोगों को नागरिकता देंगे, लेकिन यूपी और बिहार के लोगों का क्या करेंगे जिनकी नागरिकता खत्म हो गई। आप अपनी सनक को पूरा करने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं?
मोदी सरकार जिन्ना का ख्वाब कर रही पूरा: सपा
समाजवादी पार्टी नेता जावेद अली खान ने कहा कि हमारे देश का बंटवारा हुआ था। टू नेशन थिअरी। सावरकर मानते होंगे हिंदू एक राष्ट्र है। जिन्ना मानते होंगे, मुस्लिम एक राष्ट्र हैं। लेकिन मैं पूरे होशोहवास के साथ कह रहा हूं कि मैं नहीं मानता कि राष्ट्र धर्म के आधार पर बन सकता है। हिंदू राष्ट्र का मतलब क्या? इस्लामी राष्ट्र का मतलब क्या? कि जो हम आए दिन सुनते हैं भाषणों में कि हम हिंदुस्तान को मुस्लिम मुक्त बनाएंगे। कई लोग तो तारीख तक बता देते हैं।
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इस्लामी राष्ट्र का क्या मतलब था कि पाकिस्तान हिंदू मुक्त होगा। जो ख्वाब जिन्ना का 1947 में बंटवारे के वक्त पूरा नहीं हो पाया कि पाकिस्तान हिंदू मुक्त हो और भारत मुस्लिम मुक्त हो, एनआरसी और सीएबी आने के बाद हमारी सरकार जिन्ना का ख्वाब पूरा करना करने जा रही है।
पुरखों ने भारत के साथ आकर गलती की: पीडीपी सांसद
पीडीपी के सांसद मीर मोहम्मद फैयाज ने कहा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान से अब कोई मुसलमान इस देश में नहीं आएगा। जिन लोगों को बिल के तहत नागरिकता दी जा रही है, हम उसका विरोध नहीं कर रहे हैं लेकिन मुसलमानों को बाहर निकालने का विरोध करते हैं। हमारे पुरखों ने पाकिस्तान के साथ ना जाकर हिंदुस्तान के साथ आने का निर्णय लिया था लेकिन मुझे लगता है कि हमारे पुरखों ने गलती की थी।