आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी में कोरोना संक्रमण की भयावाह स्थिति के बीच ऑक्सीजन की प्लांट को लेकर कांग्रेस ने योगी सरकार से सवाल किया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पूछा है कि यूपी में ऑक्सीजन के 300 प्लांट किस तारीख तक लगकर तैयार हो जाएंगे? साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री को यह भी बताना चाहिए कि किस तारीख से इन ऑक्सीजन प्लांटों से गंभीर मरीजों को ऑक्सीजन सरकार उपलब्ध कराना शुरू कर देगी?
मुख्यमंत्री के अलावा किसी को पता नहीं
अजय कुमार लल्लू ने आज अपने बयान में कहा कि सीएम सदन से लेकर अब तक दिये गये उनके बयान व घोषणाएं मात्र घोषणाएं ही साबित हुई हैं। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री ने सदन में बयान दिया था और दावा किया था कि डेढ़ लाख बेड तैयार हैं। आज वह बेड कहां हैं यह मुख्यमंत्री के अलावा किसी को पता नहीं है। सरकार की कोरोना महामारी से निपटने में गंभीरता दिखाने के बजाए केवल प्रदेश की जनता को गुमराह करने तक सीमित है। मानवता हाहाकार कर रही है। आकाश में कोरोना घना होता जा रहा है। सरकार के जनता के साथ संकटकाल में खड़े होने के अब तक के समस्त दावे पूरी तरह से निराधार व खोखले साबित हुए हैं। जिस कारण हर तरफ मौतों का सन्नाटा है और संक्रमण की रफ्तार सरकारी नियंत्रण के बाहर हो चुकी है।
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…पीक की पूर्व चेतावनी के बाद क्या करती रही?
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने सीएम योगी से सवाल करते कहा कि ऑक्सीजन प्लांट लगाने और ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर्स खरीदने की घोषणाएं करने वाले मुख्यमंत्री व उनकी तत्कालीन टीम 11 पिछले 14 महीने तक कोरोना महामारी के पीक की पूर्व चेतावनी के बाद क्या करती रही? सीएम केयर फण्ड में महामारी से निपटने के लिए संसाधन जुटाने के लिए आम जनता से लेकर प्रदेश के सांसदों व विधायकों तक की निधि व वेतन से पैसा एकत्रित किया गया, उसके बाद भी अब जब ऑक्सीजन व चिकित्सीय सुविधाओं के अभाव में अनवरत सैंकड़ों की संख्या में मौतें हो गयीं और प्रतिदिन लगभग 30 हजार लोग संक्रमित हो रहे हैं तो ऐसे में सरकार ऑक्सीजन प्लांट लगाये जाने व कंसन्ट्रेटर्स खरीद की बात कर रही है। यह कब तक हो पायेगा, इसका अभी तक कोई अता-पता नहीं है? क्योंकि सरकार की मंशा पर सवाल इसलिए खड़े हो रहे हैं कि पूर्व में उसने घोषणा की थी कि ग्लोबल टेंडरिंग के माध्यम से यूपी संक्रमण से निपटने के लिए वैक्सीन का आयात करेगा। अभी तक उस ग्लोबल टेंडरिंग की प्रक्रिया ही प्रारम्भ नहीं हो पायी है।
अस्पतालों की सीड़ियों पर मरीज तोड़ रहे दम
लल्लू ने कहा कि प्रदेश के शहरों के साथ ही अब गांव-गांव में सभी जनपदों में महामारी तेजी के साथ फैल चुकी है। कहीं आरटी-पीसीआर जांच की व्यवस्था नहीं है। अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन, जीवन रक्षक दवाओं एवं चिकित्सकों व चिकित्सीय सुविधाओं की कमी के चलते लोग अस्पतालों की सीड़ियों पर दम तोड़ रहे हैं। प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह दम तोड़ चुकी है लोग ऑक्सीजन की कमी से मर रहे हैं और मुख्यमंत्री आम जनता को गुमराह करने के लिए नित नये सैंकड़ों की तादाद में ऑक्सीजन प्लान्ट के लगाये जाने का शिगूफा छोड़ रहे हैं, जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।