आरयू ब्यूरो, लखनऊ। योगी सरकार पर सवाल उठाते हुए आज कांग्रेस ने कहा है कि अयोध्या धाम तीर्थस्थल को भव्य और दिव्य बनाने के दावे करने वाली भाजपा सरकार के राज में पहले राम जन्म भूमि के विस्तार के लिए भूमि सौदे में श्रद्धालुओं से जुटाए गए करोड़ रुपये के चंदे में घोटाला हुआ और अब वहां नजूल भूमि पर कब्जा कर उसकी प्लाटिंग के धंधे में लेखपाल और अयोध्या के भाजपा सांसद के कार्यवाही के लिये मुख्यमंत्री को लिखे पत्र के आधार पर चिन्हित 40 भूमाफियाओं पर योगी सरकार खमोश क्यों है, अब तक मुख्यमंत्री की तरफ से इन माफियाओं पर बुलडोजर की कार्यवाही की कोई घोषणा क्यों नही की गयी?
रविवार को कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अशोक सिंह ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि अयोध्या में जमथरा घाट से गोलाघाट तक सक्रिय 40 भूमाफियाओ द्वारा सरकारी नजूल भूमि पर प्लाटिंग करके अवैध कालोनियां विकसित की जाती रही स्थानीय प्रशासन व राज्य सरकार को कानों-कान खबर नहीं हुई। तंज कसते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि ऐसा हाल तब है जब खुद मुख्यमंत्री इतिहास रचने के लिये बार-बार वहां का दौरा करते रहे और दूसरी तरफ भूमाफिया जमीन बेचते रहेंं। आखिर इस जमीन घोटाले के पीछे किसका हाथ है यह बताने की जगह राज्य सरकार चुप है।
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हमला जारी रखते हुए अशोक सिंह ने कहा कि स्थानीय लेखपाल की रिपोर्ट के आधार पर 40 भूमाफिया चिन्हित हुए हर मामले में डुग्गी पिटवाकर बुलडोजर की कार्यवाही करने वाले मुख्यमंत्री से सवाल है कि 31 जुलाई को उन्हें भाजपा सांसद द्वारा लिखे गए पत्र के बाद हफ्ता भर का समय बीते जाने के बाद भी अभी तक डुग्गी क्यो नहीं पिटी? बुलडोजर क्यों नही चला? इससे अनेक सवाल उठ रहें हैं कि आखिर योगी सरकार मौन धारण कर सरकारी नजूल भूमि पर कालोनी विकसित क्यों होने दे रही है? क्या सत्ताधारी दल या उनसे जुड़े किसी व्यक्ति या संगठन के हित उससे जुड़े है। इन सवालों का जवाब जानना चाहती