कांग्रेस की चुनाव आयोग से मांग, सरकारी खर्च से हो रही मोदी-योगी व उप मुख्‍यमंत्री की चुनावी रैलियों और असंवैधानिक भाषा पर लगाएं रोक

सरकारी खर्च
मीडिया को जानकारी देते कांग्रेस के वरिष्ठ नेतागण।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। अगामी यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दल अपनी तैयारियों में लगे हैं। कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच लगभग सभी राजनीतिक दलों द्वारा चुनावी रैली भी की जा रही है, लेकिन इन सबके बीच कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से सरकारी खर्चो हो रही चुनावी जनसभा को रोकने की मांग की है।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, नेता विधानमंडल दल आराधना मिश्रा मोना, पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी, पूर्व सांसद पीएल पुनिया एवं पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी के संयुक्‍त हस्ताक्षर से भेजे गये चुनावी मांग पत्र में कहा गया है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के सीएम योगी आदित्‍यनाथ,  उपमुख्यमंत्री और भाजपा के नेताओं द्वारा सरकारी खर्चे पर हो रही रैलियों और असंवैधानिक भाषा पर रोक लगाने की मांग की गयी है। आज पूर्व राज्यसभा सदस्य पीएल पुनिया, पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी, नेता विधानमंडल आराधना मिश्रा मोना, पूर्व कैबिनेट मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने एक प्रेसवार्ता कर इसकी जानकारी दी है।

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पत्रकारों से बात करते हुए आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि वर्तमान समय में कोविड महामारी की तीसरी लहर की आशंका है। जिसमें छोटी सभाओं, चौपाल, वर्चुअल मीटिंग और डोर टू डोर कैंपेन जैसी आयोजन किये जाने चाहिए एवं बड़ी रैलियों पर रोक लगानी जानी चाहिए।

चुनाव आयोग इस बात का विशेष तौर पर संज्ञान ले कि भाजपा के नेता जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यना व उपमुख्यमंत्री विशेष तौर से शामिल हैं जो सरकारी खर्चे पर रैलियां कर रहे हैं और संवैधानिक मंचों से अलोकतांत्रिक भाषा का प्रयोग कर सत्ता का दुरुपयोग कर रहें हैं इस पर तुरंत रोक लगनी चाहिए।

अमेठी की बच्ची से प्रियंका गांधी ने की बात: पीएल पुनिया

राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष पीएल पुनिया ने अमेठी में हुई बच्‍ची की निर्मम पिटाई का जिक्र करते हुए कहा कि राष्‍ट्रीय स्‍वंय सेवक संघ (आरएसएस) की दलित और महिला विरोधी सोच और नीतियों के चलते पूरे देश में सबसे ज्यादा दलितों और महिलाओं के साथ हिंसा और अत्याचार उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार में हो रहा है। इसका सीधा कारण अपराधियों को सरकार का संरक्षण मिलना है। जिससे प्रदेश में दलितों के खिलाफ औसतन 34 अपराध की घटनाएं रोजाना हो रही हैं, और अपराध के मामलों में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है। अमेठी की पीड़ित बच्ची से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने फोन पर बात की है और साथ देने का भरोसा दिया और दोषियों को सजा दिलवाने की बात कही है।

पीड़ितों को धमकाकर, अपराधियों को बचाती रही योगी सरकार: प्रमोद तिवारी

पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि भाजपा की योगी सरकार पूरे पांच साल पीड़ितों को धमकाकर, अपराधियों को बचाती रही और घटनाओं पर पर्दा डालती रही, अमेठी की घटना भी उसी का दुष्परिणाम है। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की प्रशासनिक अक्षमता और झूठे दावों के चलते अपराधियों में कानून का डर खत्म हो गया और अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए।

…सिर्फ झूठे प्रचार में बर्बाद कर दिया: मोना

साथ ही मोना ने मडिया से यूपी में औसतन 135 अपराध महिलाओं के खिलाफ रोज हो रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होर्डिंग और बैनर लगाकर सुशासन का झूठा प्रोपेगेंडा फैलाते रहे, लेकिन हकीकत यह है कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा लगाने वाली भाजपा ने महिला सुरक्षा फंड का 79 प्रतिशत पैसा महिलाओं के हित में न खर्च कर सिर्फ झूठे प्रचार में बर्बाद कर दिया।

यूपी में बढ़ रहा अपराध, चुनावी मूड में घूम रहें मुख्‍यमंत्री: नसीमुद्दीन

वहीं पूर्व मंत्री कैबिनेट मंत्री व कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि चुनावी मूड में मुख्यमंत्री और भाजपा के नेता पूरे प्रदेश में घूम रहे हैं, लेकिन अपराध बढ़ते जा रहे हैं। जनता ने सत्ता सौंपी थी, कि भाजपा ने वादा किया था कि प्रदेश में अपराध नियंत्रण होगा, लेकिन नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े सरकार की झूठे दावों को बेनकाब करते हैं, महिला अपराधों के मामले में उत्तर प्रदेश शीर्ष पर है।