आरयू ब्यूरो, लखनऊ। अवैध तरीके से बनाए और संचालित किए जा रहें होटल लिवाना सूइट्स में हुए अग्निकांड में चार लोगों की मौत के बाद योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गयी है। मंगलवार को कांग्रेस ने लिवाना अग्निकांड में हुई चार मौतों के लिए उन अफसरों को जिम्मेदार बताया है, जिनकी लापरवाही व भ्रष्टाचार की वजह से आज तक चारबाग अग्निकांड के दोषी इंजीनियर, अफसर व कर्मियों पर प्रभावी कार्रवाई नहीं की जा सकी।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. उमाशंकर पांडेय ने आज मीडिया से कहा है कि चार साल पहले चारबाग अवैध तरीके से बनाए गए एसएसजी इंटरनेशनल व विराट होटल में भीषण आग लगने सात लोगों की मौत हो गयी थी। तत्कालीन एडीजी लखनऊ व एलडीए वीसी ने जांच कर एलडीए के अभियंताओं, अधिकारी व कर्मियों को दोषी मानते हुए कार्रवाई की बात कही थी, लेकिन जांच में लीपापोती के चलते यह बच गए और एक बार फिर इन्हीं में से कई इंजीनियरों का नाम अवैध लिवाना होटल को बनवाने में भी सामने आ रहा।
यह भी पढ़ें- करप्शन की बुनियाद पर खड़ा था आग लगते ही मौत के गैस चेंबर में तब्दील होने वाला होटल लिवाना, इंजीनियरों को दोषी मान LDA ने भेजी शासन को रिपेार्ट
योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि होटलों में आग लगने की तमाम घटनाएं योगी सरकार में हुईं हैं और हर बार जांच और सख्ती के बड़े-बड़ें दावे किए गए लेकिन कार्यवाही के नाम पर महज लीपापोती ही हुई है, इसी वजह से लगातार न सिर्फ भ्रष्ट अधिकारी-कर्मचारियों का मनोबल बढ़ रहा, बल्कि बेकसूर लोगों की जानें भी जा रही। लिवाना अग्निकांड में मृतक के परिजनों व घायलों को मुआवजा दिए जाने के साथ ही इंजीनियरों के अलावा इसके लिए दोषी अधिकारियों पर भी होटल मालिकों की तरह ही मुकदमा दर्ज करा कठोर कार्रवाई की जाए।
यह भी पढ़ें- सात बेकसूरों की जान लेने वाले अग्निकांड की जांच को अफसरों ने बनाया मजाक, दोषियों पर कार्रवाई के लिए 50 महीना पड़ा कम, मंशा-क्षमता पर उठें सवाल, LDA से फाइल भी गायब!
उमाशंकर ने सवाल उठाते हुए मीडिया से कहा है कि यह लिवाना होटल मुख्यमंत्री आवास और उनके कार्यालय से कुछ दूरी पर स्थित है। यहीं पर राजधानी के तमाम आला अधिकारियों व मंत्रियों के आवास हैं। फिर भी लिवाना सुइट्स एलडीए से बगैर नक्शा पास हुए कैसे संचालित हो रहा था? एलडीए द्वारा इस स्थान पर आवासीय नक्शा पास किया गया था फिर वहां पर होटल कैसे बनाने दिया गया? यह होटल पांच वर्षों तक कैसे संचालित होता रहा? इस पर कार्यवाही किसके कहने पर नहीं की गयी? अग्निशमन विभाग द्वारा एनओसी किसके कहने पर दी गयी? पांच सालों तक अग्निशमन विभाग ने होटल पर कार्रवाई क्यों नहीं की? बिजली विभाग द्वारा अवैध होटल के लिए बिजली कनेक्शन कैसे स्वीकृत किया गया? होटल में चल रहे बार के लिए बगैर नक्शा पास हुऐ किसने दिलवाया आबकारी विभाग से लाइसेंस? नगर निगम व जल विभाग ने किसके कहने पर कार्रवाई नहीं की। इन विभागों के मंत्रियों ने अपनी जिम्मेदारी क्यों नहीं निभाई?
कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाते हुए आगे कहा कि इस दुखद घटना के पीछे शासन व प्रशासन का आकंठ भ्रष्टाचार छिपा है। जिसमें सरकार के तमाम विभाग और मंत्रालय शामिल हैं।