आरयू वेब टीम।
एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद ने आज कहा कि राष्ट्रपति का पद दलगत राजनीति से ऊपर है और वह उसकी प्रतिष्ठा बनाए रखने की पूरी कोशिश करेंगे। 71 वर्षीय कोविंद ने अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद यह बातें कही। साथ ही कोविंद ने समर्थन देने वालों का भी आभार जताया।
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उन्होंने पत्रकारों से कहा कि 2015 में जब से वह बिहार के राज्यपाल बने थे, तब से वह किसी राजनीतिक दल के साथ नहीं हैं। कोविंद आगे बोले कि राज्यपाल बनने के बाद से ही मैं किसी राजनीतिक दल में नहीं हूं। राष्ट्रपति का पद दलगत राजनीति से ऊपर है। राष्ट्रपति पद की गरिमा बनाए रखने के लिए हर संभव कोशिश करूंगा।’ कोविंद ने राष्ट्रीय सुरक्षा का जिक्र करते हुए कहा कि राष्ट्रपति सभी तीनों दलों का उच्च कमांडर भी होता है। सीमाओं को सुरक्षित रखना भी हमारी जिम्मेदारी है।
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आज कोविंद के नामांकन के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी समेत राजग के कई मुख्यमंत्री भी मौजूद रहे। वहीं गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर और जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती गौर मौजूदगी चर्चा का विषय भी बनी।
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उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति पद के लिए 17 जुलाई को चुनाव होना है। अगले राष्ट्रपति का चुनाव करने वाले निर्वाचन मंडल में 48.6 प्रतिशत मत राजग के घटक दलों के हैं। कोविंद को 61 प्रतिशत से अधिक मत मिलने की उम्मीद है। चुनाव में कोई बड़ा उलटफेर नहीं हुआ तो रामनाथ कोविंद की जीत तय मानी जा रही है।
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