डरा रही कोरोना की चौथी लहर की भविष्यवाणी, जानें कब होगी शुरू

कोरोना संक्रमण
फाइल फोटो।

आरयू वेब टीम। कोरोना की तीसरी लहर तेजी से कम होने की खबर हमें दिलासा दे ही रही थी कि चौथी लहर की भविष्यवाणी ने फिर चौंका दिया है। आइआइटी कानपुर की रिसर्च में आशंका जताई है कि देश में चौथी लहर 22 जून के आस-पास शुरू हो सकती है, जो 24 अक्टूबर तक यानी चार महीने चल सकती है। हालांकि, चौथी लहर की गंभीरता के बारे में अभी कुछ भी नहीं बताया गया है। शोधकर्ताओं का कहना है कि कोरोना के नए वेरिएंट के सामने आने के बाद ही इसकी गंभीरता का पता चल पाएगा। यह भविष्यवाणी इसलिए भी चौंका रही है, क्योंकि इससे पहले इन्हीं के द्वारा की गई कोरोना की भविष्यवाणी दो बार सही निकली है।

आइआइटी कानपुर के शोधकर्ताओं ने के मुताबिक कोविड-19 की चौथी लहर कम से कम चार महीने तक चलेगी। इन शोधकर्ताओं के अनुमान मुताबिक चौथी लहर का आंकड़ा 15 अगस्त से 31 अगस्त तक पीक पर पहुंच जाएगा। इसके बाद इसमें कमी आनी शुरू हो जाएगी। इसके साथ ही उम्मीद जताई गई है कि कोरोना की चौथी लहर में बूस्टर डोज के साथ ही वैक्सीनेशन की स्थिति काफी महत्वपूर्ण रहेगी।

आईआईटी कानपुर के रिसर्चर्स की ओर से देश में कोविड -19 लहर को लेकर की गई भविष्यवाणी अब से पहले दो बार सही निकली है। विशेष रूप से तीसरी लहर के बारे में लगभग सटीक रही। ये शोध आईआईटी कानपुर के मैथेमेटिक्स एंड स्टैटिस्टिक्स डिपार्टमेंट के एसपी राजेश भाई, सुभरा शंकर धर और शलभ ने की थी। इन शोधकर्ताओं ने अपनी भविष्यवाणी के लिए सांख्यिकीय मॉडल का उपयोग करते हुए कहा कि कोरोना की चौथी लहर कोरोना महामारी की शुरुआत के करीब 936 दिन बाद आ सकती है।

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इन शोधकर्ताओं के मुताबिक देश में अनुमानित चौथी लहर 22 जून से शुरू हो सकती है। यह 15 अगस्त से 31 अगस्त तक अपने पीक पर पहुंच जाएगा और 24 अक्टूबर को समाप्त हो जाएगी। शोधकर्ताओं  के इस दल ने चौथी लहर के पीक के समय बिंदु के गैप की गणना करने के लिए ‘बूटस्ट्रैप’ नामक एक पद्धति का इस्तेमाल किया। उनका कहना है कि इस पद्धति का इस्तेमाल कर दूसरे देशों में भी चौथी और अन्य लहर की भविष्यवाणी के लिए किया जा सकता है।

द न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित खबर के अनुसार अमेरिका के साइंटिस्ट्स का मानना है कि उनके देश में कोरोनावायरस को लेकर लगाए गए प्रतिबंधों में जो छूट दी दी जा रही है या दी जाने वाली है, उसकी वजह से पूरे देश में कोरोना वायरस की चौथी लहर आ सकती है। क्योंकि अमेरिकी लोग अब भी कोरोना वायरस को कमजोर मान रहे हैं। अमेरिका में अभी दो वैक्सीन ​दी जा रही है। जल्दी ही तीसरी वैक्सीन भी लोगों को दी जाएगी। इससे चौथी लहर का असर काफी कम हो सकता है, लेकिन अमेरिका द्वारा दिए गए प्रतिबंधों में छूट का गलत उपयोग किया गया या लापरवाही की गई, तो चौथी लहर को आने से कोई नहीं रोक सकता।

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