आरयू संवाददाता, पीजीआइ। पीजीआइ कोतवाली के शहीद पथ और उतरेटिया बाजार में मंगलवार की सुबह हुए भीषण सड़क हादसे में डीसीएम चालक समेत तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गयी, जबकि चार लोग घायल हुए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे उस समय हुआ जब शहीद पथ पर लकड़ी लादकर खड़े ट्रक को पीछे से तेज रफ्तार डीसीएम ने टक्कर मार दी। टक्कर में डीसीएम चालक व एक अन्य की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि एक युवक घायल हो गया।
वहीं लापरवाहीपूर्वक शहीद पथ पर ट्रक खड़ा करने वाला चालक हादसे के बाद भागने लगा तो अनियंत्रित ट्रक शहीद पथ के नीचे एक मजदूर व युवक को रौंदता हुआ मिठाई की दुकान में जा घुसी। जिसके चलते ट्रक चालक व खलासी समेत कुल तीन लोग घायल हो गए, जबकि एक अन्य को यहां भी अपनी जान गंवानी पड़ी। पीजीआइ पुलिस, फायर ब्रिगेड ने करीब छह घंटें की मशक्कत के बाद एसडीआरएफ की टीम की सहायता से ट्रक में फंसे घायलों को बाहर निकालते हुए उन्हें अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया है।
इंस्पेक्टर पीजीआइ अशोक कुमार ने बताया कि आज सुबह करीब साढ़े पांच बजे शहीद पथ पर एमिटी इंटरनेशनल स्कूल के सामने लकडि़यों से भरा ट्रक खड़ा था, तभी पीछे से आ रही तेज रफ्तार डीसीएम अनियंत्रित होकर खड़े ट्रक में जा घुसी। इसके चलते डीसीएम में बैठे दो लोगों की मौत हो गयी, जबकि एक अन्य को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हादसे से घबड़ाया चालक ट्रक लेकर भागते हुए उतरेटिया के पास सर्विस रोड से शहीद पथ से नीचे उतरने लगा, इसी दौरान ट्रक अनियंत्रित होने के चलते सड़क पर खड़े ऑटो के अलावा वहीं पर स्थिति अंजली स्वीट हाउस के बाहर बैठे मजदूर को रौंदता हुए मिठाई की दुकान में जा घुसी। जिसके बाद मौके पर चीख-पुकार मच गयी।
बाराबंकी से रायबरेली जा रही डीसीएम
दूसरी ओर बताया गया कि ट्रक से टकराने वाली डीसीएम धान की भूसी देवां में उतारकर वापस रायबरेली जा रही थी। मृतकों के रिश्तेदार उमर ने बताया कि ट्रक से टकराने के समय डीसीएम में चालक फरासत अली (30) के अलावा डीसीएम मालिक एहसान अली (35) व क्लीनर मुजाहिद उर्फ बिंदू (25) मौजूद था। तीनों रामपुर के रहने वाले थे। हादसे में फरासत और मुजाहिद की मौत हो गयी, जबकि बिंदू को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी है।
छह घंटे चला रेस्क्यू अपरेशन, केबिन काटकर निकाले गए घायल
पीजीआइ थाना प्रभारी के अनुसार शहीद पथ पर डीसीएम का केबिन ट्रक में पीछे से घुसने के बाद बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था, जिससे केबिन को काट कर तीनों को निकाल कर ऐपेक्स ट्रामा सेंटर भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने फरासत व मजाहिद को मृत घोषित कर दिया, जबकि 25 वर्षीय बिंदू का उपचार किया जा रहा है।
पूरी तरह से तबाह हो गयी मिठाई की दुकान, बाल-बाल बचा कर्मचारी
रायबरेली रोड की वृन्दावन कालोनी निवासी सुभाष चंद्र गुप्ता ने बताया कि देर रात वो अपनी मिठाई की दुकान बंदकर घर चले गए थे, जबकि दुकान का एक कर्मचारी छत पर ही सो रहा था। लकड़ी लदी ट्रक के तेज रफ्तार में दुकान में घुसने के चलते दुकान समेत सारा सामान तहस-नहस हो गया, हालांकि गनीमत ये रही कि इस भीषण हादसे में उनका कर्मचारी बाल-बाल बच गया।
पीजीआइ फायर ब्रिगेड ने संभाला मोर्चा
पीजीआइ पुलिस के अलावा दुर्घटना की सूचना पर एफएसओ पीजीआइ मदन सिंह अपनी टीम के अनस्ता कुमार, महेंद्र सिंह सहित दर्जनों फायर फाइटर के साथ मौके पहुंचे औऱ राहत व बचाव कार्य शुरू किया। वहीं सीएफओ विजय कुमार सिंह के अलावा एफएसओ राजन प्रसाद भी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर राहत व बचाव कार्य में लगे रहें। हालांकि ट्रक की केबिन में बुरी तरह से फंसने के चलते केबिन काटकर महौली निवासी क्लीनर संदीप को ही शुरूआती दौर में निकालकर अस्पताल भिजवाया जा सका, जबकि चालक घंटों केबिन में ही फंसा रहा।
बुलानी पड़ी एसडीआरएफ की टीम
दूसरी ओर मामला पूरी तरह से हल नहीं होता देख एसडीआरएफ की टीम को सहायता के लिए मौके पर बुलाया गया। आपदा प्रबंधन टीम के लीडर रजनीकांत राय ने बताया कि उन्हें सुबह नौ बजकर 50 मिनट पर दुर्घटना की सूचना मिली, थी जिसके आधे घंटें बाद ही 15 सदस्यीय टीम मौके पर पहुंची और करीब ढाई घंटें की लंबी मशक्कत के बाद ट्रक की केबिन में फंसे गंभीर रूप से घायल सीतापुर के मथना निवासी चालक अनिल कुमार को बाहर निकालकर ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया।
तीन क्रेन एक साथ भी नहीं निकाल सकी दुकान से लोडेड ट्रक
ट्रक की गति इतनी तेज थी कि तीन बिजली के पोल तोड़ते हुए, दुकान की छत केअंदर घुस गया, जब उसे बाहर खींचने का प्रयास किया गया तो तीन क्रेन एक साथ मिलकर भी उसे निकाला जा सका। अंत में अधिकारियों ने लोडेड ट्रक से लकडि़यों को उतरवाकर ट्रक को बाहर निकलवाया
क्षेत्राधिकारी कैंट ने संभाली ट्रैफिक व कानून व्यवस्था
दूसरी ओर रायबरेली रोड व शहीद पथ पर हुई इस दुर्घटना से राहगीरों का जमावड़ा लगा रहा, सूचना पर पहुंची सीओ कैंट तनु उपाध्याय, इंस्पेक्टर आशियाना विश्वजीत सिंह, इंस्पेक्टर पीजीआइ अशोक कुमार सरोज ने भीड़ को बार-बार काबू में करने के बाद यातायात को डायवर्ट कर जाम की समस्या से काफी हद तक राहगीरों की राहत दिलाई।
खुली होती दुकान तो जाती कईयों की जान
उतरठिया बाजार व्यापार मंडल के अध्यक्ष संतोष कुमार सिंह ने हादसे के बाद कहा कि ऊपर वाले की मेहरबानी थी कि जिस समय हादसा हुआ दुकान बंद थी। अगर यही हादसा कुछ देर बाद होता तो उस समय न सिर्फ दुकान खुल चुकी होती, बल्कि चाय पीने वालों की मौके पर खास भीड़ भी रहती। ऐसे में कई अन्य लोगों की भी जान चली जाती।