BSP कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में मायावती के निशाने पर रही भाजपा, आरक्षण को लेकर लगाए ये आरोप

मुस्लिम आरक्षण का विरोध

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को लखनऊ के माल एवेन्‍यू रोड स्थित पार्टी कार्यालय पर बीएसपी कार्यकर्ताओं को उपचुनाव की तैयारी करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरा भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोलने के साथ ही आरोप भी लगाए। मायावती ने कहा कि भाजपा के शासन में आम जनता का हाल बुरा है। सरकारी कर्मचारी और पुलिस तक सुरक्षित नहीं हैं। अपराधियों के दिल से कानून का डर निकल चुका है, क्योंकि ऐसे लोगों को हर प्रकार का सरकारी संरक्षण प्राप्त है।

पूर्व मुख्‍यमंत्री ने केंद्र सरकार पर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग के खाली आरक्षित पदों को भरने में दिलचस्पी ना लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि आरक्षण के असली हकदार वर्ग पहले की ही तरह अब भी उपेक्षा का शिकार हैं।

भाजपा सरकार पर हमला जारी रखते हुए बीएसपी प्रमुख ने कहा कि भाजपा सरकार ने आर्थिक आधार पर आरक्षण दिये जाने के साथ-साथ महाराष्ट्र में मराठा समाज को अन्य पिछड़े वर्ग के आरक्षण का लाभ दिये जाने को लेकर जिस तरह जबर्दस्त दिलचस्पी ली और आनन-फानन में त्वरित कार्रवाई की। अगर उसकी थोड़ी भी रुचि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्गों के लम्बित आरक्षित पदों को भरने में ली होती तो इन उपेक्षित वर्गों के लोगों का भी थोड़ा भला हो गया होता।

बसपा सुप्रीमो ने कहा, आरक्षण के असली हकदार इन शोषित और कमजोर वर्गों के लोग पहले की तरह ही अब भी उपेक्षा का शिकार बने हुए हैं। यह भाजपा सरकार की जातिवादी नीति और संकीर्ण सोच को साबित करता है।

बसपा मुखिया ने कहा कि इसके अलावा, जिस प्रकार से आरक्षण की सीमा को 50 प्रतिशत से विभिन्न राज्यों द्वारा बढ़ाया जा रहा है, उससे अब यह मांग हर तरफ जोर पकड़ना स्वाभाविक है कि अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़े वर्गों का कोटा उनकी आबादी के अनुपात में बढ़ाया जाय। इस दौरान बैठक में मायावती ने पार्टी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे गांव-गांव में सर्वसमाज के बीच जाएं और उनका दुःख-दर्द बांटने की हर कोशिश करें।