राफेल डील पर जेटली का दावा नहीं हुई कोई गड़बड़ी, डील भी नहीं होगी कैंसिल

ओलांद
अरुण जेटली। (फाइल फोटो)

आरयू वेब टीम।

राफेल डील को लेकर कांग्रेस समेत अन्‍य विपक्षी दलों के हमले तेज होने के बाद रविवार को वित्‍त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद राफेल सौदे पर विरोधाभासी बयान दे रहे हैं। जेटली ने रविवार को दावा किया है कि राफेल डील में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है और इसे रद्द करने का सवाल ही नहीं उठता है। राफेल भारत की जरूरत है और वो जरूर आएगा।

उन्होंने जोर देकर कहा कि मौजूदा राफेल विमान कांग्रेस की अगुआई वाली यूपीए सरकार के दौरान की गई बातचीत की तुलना में सस्ता है और इन सभी तथ्यों और आंकड़ों को सीएजी के समक्ष रखा जाएगा।

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वहीं ओलांद के बयान पर जेटली ने कहा कि ओलांद अब कह रहें हैं कि न तो भारत और न ही फ्रांस सरकार की दसॉल्ट द्वारा रिलायंस को भागीदार के रूप में चुनने में कोई भूमिका थी। राफेल सौदे पर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति के बयान के बाद भारी राजनीतिक विवाद पैदा हो गया था।

ओलांद ने कहा था कि राफेल लड़ाकू जेट निर्माता कंपनी दसॉल्ट ने आफसेट भागीदार के रूप में अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस को इसलिये चुना, क्योंकि भारत सरकार ऐसा चाहती थी। हालांकि, फ्रांस सरकार और दसॉल्ट एविएशन ने पूर्व राष्ट्रपति के बयान को गलत ठहराया था।

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वित्‍त मंत्री ने आगे कहा कि फ्रांस सरकार ने कहा है कि दसॉल्ट एविएशन के आफसेट करार पर फैसला कंपनी ने किया है और इसमें सरकार की भूमिका नहीं है। जेटली ने कहा कि दसॉल्ट खुद कह रही है कि उसने आफसेट करार के संदर्भ में कई सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की कंपनियों के साथ अनेक करार किया है और यह उसका खुद का फैसला है।

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