आरयू वेब टीम।
लोकसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी को झटका लगा है। आप के गांधी नगर से विधायक अनिल बाजपेयी शुक्रवार को भाजपा में शामिल हो गए। यह कदम ऐसे समय में सामने आया है जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत आप के नेताओं ने भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त में शामिल होने का आरोप लगाया है।
अनिल बाजपेयी भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और दिल्ली के प्रभारी श्याम जाजू तथा केंद्रीय मंत्री विजय गोयल की मौजूदगी में यहां दिल्ली इकाई के कार्यालय में भाजप में शामिल हुए। उन्होंने कहा, मैंने कई वर्षों तक आप के लिए काम किया। मैं सम्मान ना मिलने और पार्टी में व्यक्तिगत तरीके से कामकाज से दुखी हूं। पार्टी अपने रास्ते से भटक गई है।
यह भी पढ़ें- केजरीवाल का प्रधानमंत्री से सवाल, विपक्षी दलों के विधायकों को खरीदने के लिए कहां से लाते हो इतना पैसा
वहीं सिसोदिया के आरोप, भाजपा ने आप के सात विधायकों को दल बदलने के लिए 10-10 करोड़ रुपये की पेशकश की है पर मीडिया द्वारा पूछे गए सवाल पर, बाजपेयी ने भाजपा में शामिल होने के लिए रुपये लेने से इनकार किया और कहा कि आरोप लगाना और फिर माफी मांगना केजरीवाल की आदत है। दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री गोयल ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि सात नहीं बल्कि 14 आप विधायक पार्टी के संपर्क में हैं और वे ‘‘हताशा तथा अपमान’’ के कारण आप छोड़ना चाहते हैं। आप के तीन पार्षद भी भाजपा में शामिल हो गए हैं।
यह भी पढ़ें- प्रधानमंत्री ने कहा, दीदी के 40 विधायक मेरे संपर्क में, 23 मई के रिजल्ट के बाद छोड़ देंगे साथ
वहीं अपने विधायक के भाजपा में शामिल होने को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए वरिष्ठ आप नेता गोपाल राय ने कहा कि पार्टी पहले ही कह रही है कि भाजपा उनके विधायकों को ‘‘खरीदने’’ की कोशिश कर रही है। यहां बताते चलें कि आज सुबह मुख्यमंत्री केजरीवाल ने सोशल मीडिया पर एक खबर पोस्ट कर भाजपा पर हमला बोलते हुए सवाल भी किए थे की भाजपा के पास विधायक खरीदने के लिए पैसे कहां से आते हैं। वहीं उन्होंने अपने विधायकों पर भरोसा जताया था, जबकि सीएम केजरीवाल के इस भरोसे को दोपहर में ही झटका लग गया है।