आरयू वेब टीम। दिल्ली हिंसा में मरने वालों की संख्या आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। अब तक मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 38 हो गया है। पुलिस ने हिंसा मामले में 18 एफआइआर दर्ज की है और अब तक 514 लोगों को गिरफ्तार किया है। गृह मंत्रालय ने गुरुवार रात कहा कि पिछले 36 घंटे में उत्तर पूर्वी दिल्ली से कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई है। गृह मंत्रालय ने रात करीब दस बजे यह बयान जारी किया।
वहीं गुरुवार को भी लोगों को भरोसा दिलाने के लिए पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्सेज के जवान फ्लैग मार्च कर रहे हैं।
यहां तक की एनएसए अजित डोवल भी लगातार दूसरे दिन हिंसा प्रभावित इलाकों में गए और लोगों से बात भी की। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी देर रात प्रभावितों से मुलाकात की। उत्तर पूर्व इलाके के सभी स्कूल बंद रहें, जबकि सीबीएसइ की गुरुवार को होने वाली परीक्षा भी रद्द कर दी गई है।
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वहीं वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा में मरने वालों की संख्या गुरुवार को 38 तक पहुंच गई। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मीडिया को बताया, जीटीबी अस्पताल में पांच और मौतें दर्ज की गईं, और एलएनजेपी अस्पताल में एक और मौत हुई। साथ ही दंगा ग्रस्त इलाके के नाले से भी आज पुलिस ने दो शव बरामद किए हैं।
गुरुवार को जगप्रवेश चंद्र अस्पताल में एक मौत की सूचना मिली, जिससे कुल मौत 38 हो गई।” एक व्यक्ति को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया, जबकि दूसरे की बुधवार को एलएनजेपी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि पूर्वोत्तर दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में रविवार को हिंसा भड़कने के बाद से 50 से अधिक मरीजों को एलएनजेपी अस्पताल में इलाज कराया गया है।