आरयू वेब टीम। कोरोना के कारण देशभर में जीवन पर संकट बना हुआ है। वही देश की राजधानी दिल्ली में भी इस समय स्वास्थ्य-व्यवस्था चरमरा गई है। राजधानी के कई कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत है। दिल्ली के शांति मुकुंद अस्पताल के सीईओ सुनील सागर अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी का हाल सुनाते-सुनाते रो पड़े। उन्होंने कहा कि यहां विकट स्थिति है।
उन्होंने कहा कि हमारे पास बहुत कम ऑक्सीजन बची है। हमने डॉक्टरों से मरीजों को छुट्टी देने का अनुरोध किया है, जिसे भी छुट्टी दी जा सकती है उन्हें अस्पताल से छुट्टी दीजिए… यह ऑक्सीजन दो घंटे या कुछ और समय में खत्म हो जाएगी।”
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वहीं दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी आज मीडिया को बताया कि शहर के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन पूरी तरह खत्म हो गई है। सरोज, राठी, शांति मुकुंद, तीरथ राम अस्पताल, यूके अस्पताल, जीवन अस्पताल का कहना है कि हमारे यहां ऑक्सीजन खत्म हो गई है। हम जैसे-तैसे उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर देने की कोशिश कर रहे हैं।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि जब केंद्र सरकार ने दिल्ली का ऑक्सीजन का आवंटन बढ़ा दिया है तो हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सरकारें इस तरह का व्यवहार क्यों कर रही हैं जैसे दिल्ली का उत्तर प्रदेश और हरियाणा से झगड़ा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के ऑक्सीजन संकट के पीछे प्रमुख कारण हरियाणा-यूपी द्वारा ऑक्सीजन के लिए ‘जंगल राज’ है। उनकी सरकार, अधिकारियों और पुलिस उनके ऑक्सीजन संयंत्रों से दिल्ली में आपूर्ति नहीं होने दे रहे हैं। हमारे अधिकारियों ने उनके अधिकारियों से बात की, हमने भारत सरकार से बात करने की कोशिश की लेकिन चीजें जमीन पर नहीं बदल रही हैं।