आरयू ब्यूरो,
नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव आजकल काफी नाराज चल रहे हैं। उनकी इस नाराजगी का कारण कुछ और नहीं बल्कि जीएसटी है। पतंजलि के टॉप सेलिंग ब्रांड देसी घी पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद की ओर से टैक्स लगा दिया गया है।
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पतंजलि देसी घी पर जीएसटी लगाए जाने से नाराज बाबा रामदेव ने कहा है कि घी पर जीएसटी लगाए जाने से इसके दामों में भी बढ़ोतरी होगी। इसके साथ ही देश में गोकशी के मामलों में भी इजाफा होगा। सूत्रों की माने तो देश में जीएसटी लागू हो जाने के बाद देसी घी पर 5 से 12 फीसदी तक टैक्स लगेगा।
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कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि देसी घी पर जीएसटी लगाए जाने से न केवल एक किलो घी की कीमत 40-50 रुपये तक बढ़ जाएगी, बल्कि पतंजली घी की बिक्री भी 50 फीसदी तक प्रभावित होगी। पतंजली की कुल आमदनी में अकेले गाय के घी की हिस्सेदारी 15 फीसदी (1467 करोड़ रुपये) है। इसके बाद दंतकांति (940 करोड़ रुपये) और केशकांति (825 करोड़ रुपये) की बारी आती है।
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पतंजली के प्रवक्ता ने मीडिया को बताया कि हम देश में घी की उत्पादक कंपनियों में सबसे बड़े हैं। देशभर के दुग्ध उत्पादक पशुओं में गाय की हिस्सेदारी 25 फीसदी है, बाकी भैंसें हैं. उनका कहना है कि हम लोगों ने काफी कोशिश कर लाखों लोगों को गोपालन के लिए राजी कर पाएं हैं। हम उनसे दूध, दही, घी के अलावा गोमुत्र और गोबर (पंचगव्य) आदि की भी खरीद करते हैं।