आरयू ब्यूरो
लखनऊ। सपा के यादव परिवार में मचे घमासान को शांत करने के लिए सोमवार को सपा कार्यलय पर बुलाई गई बैठक हंगामे और विवाद को और बढ़ाने के बाद खत्म हुई। हद तो जब हो गई जब चाचा शिवपाल सिंह यादव और भतीजे सीएम अखिलेश यादव के बीच सबके सामने मंच पर ही हाथा-पाई हो गई। बात उस समय बढ़ गई जब मंच पर एक लेख को लेकर शिवपाल यादव ने सीएम से कहा कि झूठ क्यों बोलते हो। इसी के बाद माइक लेने को लेकर चाचा-भतीजे में धक्का-मुक्की भी होने लगी। हालांकि बात ज्यादा आगे बढ़ती इससे पहले ही वहां मौजूद लोगों ने उनको अलग किया। इस दौरान दोनों पक्ष के समर्थक भी उत्तेजित हो गए थे। यादव परिवार के लिए कभी नहीं भूलने वाली इस घटना से कुछ ही देर पहले सपा सुप्रीमो ने चाचा-भतीजे को गले मिलवाया था, लेकिन मुलायम की कोशिश कुछ ही देर में बेकार होती दिखी।
मुलायम ने अखिलेश से पूछी हैसियत, कहा अकेले चुनाव जीत सकते हो
मुलायम ने कार्यलय पर बुलाई बैठक में बेटे अखिलेश को जमकर डांटा। उन्होंने अखिलेश से कहाकि तुम्हारी हैसियत क्या हैं, अकेले चुनाव जीत सकते हो। पुराने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए कहाकि पार्टी को बनाने में बहुत मेहनत की हैं, लठियां खाई कई बार जेल गया। शिवपाल जमीन पर बैठता था मुझे कुर्सी पर बैठाता था। मैं और शिवपाल कभी अलग नहीं हो सकते। शिवपाल और अमर सिंह के खिलाफ कुछ नहीं सुन सकता। वहां मौजूद अति उत्साहित लोगों की ओर इशारा करते हुए कहा यह लोग जो उछल रहे हैं। एक भी लाठी नहीं झेल पाएंगे। परिवार के मामले में नारेबाजी करने वालों को पार्टी से बाहर करेंगे। जो हो रहा हैं उससे मैं बहुत दुखी हूं। आगे कहाकि जो अलोचना नहीं सह सकता वह नेता नहीं बन सकता आलोचना हुई हैं तो सुधार करो। भाषण के दौरान मुख्तार अंसारी का बचाव करते हुए कहाकि अंसारी सम्मानित परिवार हैं। आगे बोले कि तुम लोग अमर सिंह को गाली देते हो वह मेरा भाई हैं। उसने मुझे जेल जाने से बचाया है।
अमर सिंह ने कहा अखिलेश को देता हूं शुभकामनाएं
सपा में मचे बवंडर के बाद अब तक खामोश रहने वाले अमर सिंह ने कहाकि मै अखिलेश को आने वाले दिनों के लिए शुभकामनाएं देता हूं, वह मेरे सर्वोच्च नेता के बेटे हैं। बता दे कि अधिकत्तर लोगे सपा कुनबे में मचे घमासान के पीछे अमर सिंह को ही दोषी मानते है। सीएम तो उनसे सबसे ज्यादा नाराज चल रहे है।
रात में बिगड़ गई मुलायम की तबियत
दिन भर चले हंगामे और तल्खी के बाद रात में मुलायम सिंह यादव की तबियत बिगड़ गई। दांत में तेज दर्द की वजह से वह गोमतीनगर स्थित लोहिया अस्पताल पहुंचे। जहां डाक्टरों ने इलाज के बाद आराम की सलाह दी। सपा सुप्रीमों की तबियत का पता चलते ही अखिलेश और शिवपाल यादव उनके आवास पहुंचे।