TYPA की प्रदर्शनी में पहुंचे अखिलेश, कहा फोटो जर्नलिस्ट को एक फोटो के लिए कई दिक्‍कतों का करना पड़ता है सामना

द यूथ फोटो जर्नलिस्ट एसोसिएशन
कार्यक्रम में अखिलेश यादव के साथ कुछ इस अंदाजा में नजर आएं फोटो जर्नलिस्ट।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। फोटो सिर्फ कैमरे से नहीं, बल्कि दिमाग से भी खींची जाती हैं, क्योंकि ये जरूरी नहीं कि जिसके पास महंगा कैमरा हो वो अच्छी तस्वीर भी खींच सकता हो। एक अच्छी फोटो को क्लिक करने के लिए अच्छे विजन की जरुरत होती है, क्योंकि हर तस्वीर एक कहानी कहती है। ये बातें रविवार को यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने अलीगंज स्थित कला श्रोत आर्ट गैलरी में आयोजित “द यूथ फोटो जर्नलिस्ट एसोसिएशन” (TYPA) की पांचवी सामूहिक राष्ट्रीय फोटो प्रदर्शनी के उद्घाटन के मौके पर कही।

फोटो जर्नलिस्ट की दिक्‍कतों पर बोलते हुए पूर्व मुख्‍यमंत्री ने कहा कि फोटो जर्नलिस्‍ट को कई बार एक तस्वीर के लिए कई मुसीबतों का सामना करना पड़ता है, साथ ही कभी ऐसा भी मौका मिलता है जब एक तस्वीर ही उन्हें बुलंदियों पर पहुंचा देती है।

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द यूथ फोटो जर्नलिस्ट एसोसिएशनइस दौरान अपनी बात करते हुए अखिलेश ने कहा कि एक समय मुझे भी फोटोग्राफी का काफी शौक था और आज भी है, लेकिन अब मैं उतना समय नहीं दे पाता हूं। राजनीति में तो फोटोग्राफी का महत्व बहुत ज्यादा है, पहले के समय फोटोग्राफी काफी मुश्किल थी, लेकिन समय के साथ टेक्नोलॉजी इतनी तेजी से आगे बढ़ी है कि अब कैमरे काफी एडवांस हो गए है, जिससे अब फोटो क्लिक करने में काफी आसानी होती है। एक अच्छी तस्वीर की कीमत शब्दों में बयान नहीं कि जा सकती है। अखिलेश ने प्रदर्शन में लगी फोटो को देखने के बाद बेहतरीन तस्‍वीरों को अपने कैमरें में कैद करने वाले फोटो जर्नलिस्ट को इसके लिए बधाई दी।

अखिलेश ने की आयोजकों की सराहना

आयोजकों की इस दौरान सराहना करते हुए सपा अध्‍यक्ष ने कहा कि इस तरह के आयोजन होते रहने चाहिए, ताकि प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का मौका मिलता रहे। उन्होंने 21 अगस्‍त तक पूर्वान्‍ह 11 बजे से शाम छह बजे तक चलने वाले इस आयोजन के लिए “द यूथ फोटो जर्नलिस्ट एसोसिएशन” की पूरी टीम को भी बधाई दी।

चार छायाकारों को मिला “द फोर्थ पिलर ऑफ डेमोक्रेसी अवार्ड”

इस मौके पर फोटो जर्नलिज्म में अपना बहुमूल्य योगदान देने के लिए चार प्रेस छायाकार विनय पांडे, विभु गुप्‍ता, मोहम्‍मद अशफाक और राजकुमार बाजपेई को “द फोर्थ पिलर ऑफ डेमोक्रेसी अवार्ड” से अखिलेश यादव ने सम्मानित किया।

पहला अवार्ड हुआ सुनील रैदास के नाम

वही यूथ फोटो जर्नलिस्ट एसोसिएशन संस्था ने अपने एक होनहार छायाकार साथी स्वर्गीय गोविंदा मल्होत्रा की याद में पहली बार गोविंदा गोल्डन क्लिक अवॉर्ड दिया। पहली बार ये अवार्ड फोटो जर्नलिस्ट सुनील रैदास को अखिलेश यादव के हाथों से दिलवाया गया। वहीं कार्यक्रम के दौरान संस्था के अध्यक्ष साहिल सिद्दीकी ने अखिलेश यादव को सम्मानित करते हुए सभी फोटो जर्नलिस्ट की ओर से उनका स्वागत किया।

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91 भारतीय व चार विदेशियों ने लिया हिस्‍सा

टाइपा द्वारा आयोजित इस फोटो प्रदर्शनी में कुल 91 भारतीय छायाकारों की तस्वीरें शामिल की गई। वहीं चार विदेशी फोटोग्राफर्स ने रशिया और इजिप्ट से अपनी एंट्री भेजी।

19 अगस्‍त को आयोजित होगा फोटोवॉक

आयोजकों की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार टाइपा वर्ल्ड फोटोग्राफी डे को सेलिब्रेट करने के लिए एक फोटोवॉक का आयोजन कर रहा है। ये आयोजन 19 अगस्त को शाम चार बजे हजरतगंज स्थित मल्टीलेवल पार्किंग के पास किया जाएगा।

20 अगस्‍त को सीखने को मिलेंगी बारीकियां

वहीं इसके बाद 20 अगस्त को अलीगंज स्थित कल श्रोत आर्ट गैलरी में में एक फोटोग्राफी वर्कशॉप का भी आयोजन शाम तीन बजे से किया जाएगा। इसमें जाने-माने वरिष्ठ छायाकार अतुल हुण्डू द्वारा फोटोग्राफर्स को फोटोग्राफी की बारीकियों के बारे में समझाया जाएगा।

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