आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। तस्वीरें खुद बोलती हैं, शब्द से ज्यादा उनका प्रभाव होता है। फोटोजर्नलिस्ट सच सामने लाने के लिए जोखिम उठाने से भी नहीं डरता है। समाज में उनकी भूमिका इस तरह बेहद महत्वपूर्ण बन जाती है, क्योंकि उनकी फोटो हम सबको आईना दिखाती हैं।
ये बातें मंगलवार को अलीगंज स्थित कला स्त्रोत आर्ट गैलरी में आयोजित ‘टाइपा फोटो एग्जीबिशन’ के समापन समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कही।
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‘दी यूथ फोटोजर्नलिस्ट एसोसिएशन’ की ओर से आयोजित फोटो प्रदर्शनी में पहुंचे अखिलेश यादव ने प्रदर्शनी में एक से बढ़कर एक फोटो को देखने के बाद कहा कि समाज की स्थिति का इनमें न सिर्फ यथार्थ चित्रण है, बल्कि कई चित्र हमारी संवेदनाओं को भी झकझोरते हैं।
19 अगस्त से शुरू हुए एग्जीबिशन में अंतिम दिन पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने फोटो जर्नलिस्ट पवन कुमार, विशाल श्रीवास्तव, सुशील सहाय और संदीप रस्तोगी को पुरस्कृत भी किया।
फोटोजर्नलिस्ट जितने सजग और स्वतंत्र होंगे, उतनी ही साफ होगी देश की तस्वीर
इसके साथ ही अखिलेश यादव ने फोटो प्रदर्शनी के चित्र अपने ट्विटर एकाउंट पर शेयर करते हुए भी कहा कि उन प्रतिभाशाली यूथ फोटोजर्नलिस्ट के साथ जो अपनी तस्वीरों से देश और दुनिया का हाल दिखाते हैं। फोटोजर्नलिस्ट किसी भी लोकतंत्र के लिए तीसरी आंख का काम करते हैं। ये जितने सजग और स्वतंत्र होंगे, देश की तस्वीर उतनी ही साफ होगी।
वहीं आज एसोसिएशन के अध्यक्ष साहिल सिद्दीकी और संरक्षक सर्वेश गोयल ने अखिलेश यादव का स्वागत किया। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि टाइपा उभरते छायाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर देता है। समापन समारोह में पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी व बलवंत सिंह रामूवालिया के अलावा लखनऊ के तमाम वरिष्ठ और युवा फोटो जर्नलिस्ट मौजूद रहें।
उन प्रतिभाशाली यूथ फोटोजर्नलिस्ट के साथ जो अपनी तस्वीरों से देश और दुनिया का हाल दिखाते हैं. फोटोजर्नलिस्ट किसी भी लोकतंत्र के लिए तीसरी आँख का काम करते हैं. ये जितने सजग और स्वतंत्र होंगे, देश की तस्वीर उतनी ही साफ़ होगी. pic.twitter.com/7wQfyPQYLB
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 22, 2018