आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। मित्र पुलिस का नारा बुलंद करने वाली लखनऊ पुलिस कितनी बेलगाम हो चुकी है, इसकी बानगी एक बार फिर देखने को मिली है। हाल ही में एक दैनिक अखबार के संपादक के घर में घुसकर एसटीएफ के इंस्पेक्टर और उसके साथियों की गुंडई करने के शर्मनाक मामले को लोग भूले भी नहीं थे कि आज राजधानी के वीवीआइपी क्षेत्र में शुमार हजरतगंज इलाके में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कार्यक्रम की कवरेज करने पहुंचे जाने-माने फोटोजर्नलिस्ट आशुतोष त्रिपाठी के साथ एएसपी पूर्वी सर्वेश्र कुमार मिश्रा, इंस्पेक्टर आनंद शाही ने अभद्रता कर दी।
घटना का शर्मनाक पहलू ये रहा है कि एएसपी के ड्राइवर द्वारा पत्रकार से शुरू की गयी अभद्रता इंस्पेक्टर से होते हुए एएसपी तक पहुंची, लेकिन रसूख के दम पर लंबे समय से एक ही कुर्सी पर जमे इंस्पेक्टर और एएसपी द्वारा अपने मातहत को समझाना तो दूर उल्टे फोटोजर्नलिस्ट के साथ ही अभद्रता की सीमा पार की जाती रही।
जानें क्या था मामला
न्यूज ट्रैक डॉट कॉम के फोटोजर्नलिस्ट आशुतोष त्रिपाठी सीएम का कार्यक्रम ‘संपर्क फॉर समर्थन’ की कवरेज करने हजतगंज इलाके में पहुंचे थे। आशुतोष ने बताया कि वहां से लौटने के लिए वह अपनी बुलेट (बाइक) से निकल रहे थे कि तभी सर्वेश्र कुमार मिश्रा के ड्राइवर ने लापरवाही से उनकी गाड़ी बैक करते हुए बुलेट में टक्कर मार दी। विरोध करने पर चालक गाली गलौज करने लगा।
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इसी दौरान हजरतगंज इंस्पेक्टर आनंद शाही वहां पहुंच गए। आशुतोष को लगा कि इंस्पेक्टर चालक को समझाएंगे, लेकिन खाकी के मद में इंस्पेक्टर ने न सिर्फ आशुतोष का कॉलर पकड़ लिया, बल्कि उन पर अपशब्दों की बौछार भी कर दी।
आशुतोष ने बताया कि यह सब चल ही रहा था कि वहां एएसपी पूर्वी सर्वेश्र मिश्रा भी पहुंचे। फोटोजर्नलिस्ट को इस बार लगा कि बेहद महत्वपूर्ण क्षेत्र की कमान संभालने वाले पुलिस के अधिकारी जरूर मामले को गंभीरता से लेते हुए इंस्पेक्टर और चालक पर कार्रवाई की बात करेंगे, लेकिन एएसपी से शिकायत करते ही उसका ये भ्रम भी उस समय टूट गया जब एएसपी ने खुद न सिर्फ गाली-गलौज शुरू कर दी, बल्कि उनके बुलेट की आगे बढ़कर चाभी निकाल ली। विरोध करने पर एएसपी ने जो जवाब दिया उसकी तो शायद कोई उम्मीद भी नहीं कर सकता।
बकौल आशुतोष एएसपी ने उनसे कैमरे का बैग छीनने के साथ ही कहा कि इतने मुकदमे लगा दूंगा की सारी जिंदगी जेल से बाहर नहीं निकल पाओगे। उन्होंने इंस्पेक्टर हजरगंज को मुकदमा लिखने तक को कह दिया। राजधानी पुलिस का चेहरा और ज्यादा रंग दिखाता इससे पहले ही दूसरे मीडियाकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर मामला संभाला। हालांकि इस बारे में जानकारी देने के लिए जब पीड़ित पत्रकार ने एसएसपी दीपक कुमार से मोबाइल फोन पर संपर्क करना चाहा तो कॉल रिसीव नहीं हुई।
मीडियाकर्मियों ने किया एसएसपी आवास का घेराव
शर्मनाक घटना की जानकारी लगते ही मीडियाकर्मी आक्रोशित हो उठे। बड़ी संख्या में एसएसपी आवास का घेराव करने पहुंचे पत्रकारों ने दोषियों पर तत्काल कार्रवाई की मांग की। हालांकि एसएसपी ने आज अलविदा की नमाज और कल ईद होने का हवाला देते हुए मामले की जांच एएसपी नार्थ अनुराग वत्स को सौंप दी है। इस दौरान न्यूज ट्रैक डॉट कॉम के संपादक और राजधानी के वरिष्ठ पत्रकारों में शुमार योगेश मिश्र ने भी एसएसपी से मिलकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
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