आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। पुलिस वीक के तहत आज तीसरे दिन राजधानी के पुलिस लाइन में आयोजित रैतिक परेड में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही राज्यपाल राम नाईक ने भी हिस्सा लिया। ये पहला मौका था कि जब किसी सीएम ने रैतिक परेड में हिस्सा लिया हो।
कार्यक्रम की शुरूआत में पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने राज्यपाल राम नाईक को पुलिस हैट पहनाकर उनका स्वागत किया। वहीं इस दौरान 49 पुलिस अधिकारियों और कर्मियों को वीरता के लिए पुलिस पदक और विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक भी दिया गया।
पुलिस अधिकारियों को सम्मानित करने के बाद राज्यपाल ने कहा कि ये गर्व का मौका है। साथ ही थाने में तैनात पुलिसकर्मियों की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि थाने में ठीक तरह से फरियादियों की सुनवाई नहीं होती है। पुलिस को नसीहत देते हुए राज्यपाल ने कहा कि जनता अपनी फरियाद लेकर पुलिस के पास न्याय के लिए आती है, अगर वह भी नही होगा तो लोगों का भरोसा खाकी से उठ जाएगा।
साथ ही उन्होंने अपराध नियंत्रण पर कहा कि पुलिस को एक बात पर और ध्यान देना चाहिए और वो है वैध और अवैध हथियार। अवैध हथियारों को तो हटाने की सख्त जरूरत है, लेकिन वैध हथियारों का इस्तेमाल कहा और कैसे हो रहा है इस पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।
वहीं पुलिस की प्रशंसा करते हुए भी राज्यपाल ने कहा कि आज की पुलिस अपराधियों के साथ वैसा बर्ताव कर रही है, जैसे किसी अच्छे काम बाधा उत्पन्न करने पर भगवान करते थे। साथ ही अच्छा काम करने वाले पुलिस कर्मियों का नाम और सम्मान भी होना चाहिए।
शिक्षा, स्वास्थ और पुलिस व्यवस्था को चुनौती के रूप में ले सरकार
वहीं योगी सरकार को भी नसीहत देते हुए राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ और पुलिस व्यवस्था को दुरुस्त करना जरूरी है। सरकार इन तीन व्यवस्थाओं को बेहतर कर ले तो प्रदेश की प्रगति होगी सरकार को इसको चुनौती के रूप में लेना चाहिए। कार्यक्रम में दौरान डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, योगी सरकार के कई मंत्रियों के साथ ही पुलिस के आला आधिकारी समेत तमाम लोग मौजूद रहें।