सेंट्रल रोड फंड यूपी को 700 की जगह देगी हजार करोड़: योगी

आरयू ब्‍यूरो,

लखनऊ। सरकार बनाते ही गड्ढा मुक्त सड़कों की घोषणा की और इस पर काम भी किया। 1.21 लाख किमी. गड्ढे वाली सड़कें थी, ‌जिनमें से 15 जून तक 84000 किमी सड़कें गड्ढा मुक्त हुई हैं। इसके लिए प्रदेश के पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को बधाई हो कि इन अफसरों ने बड़ी ही जिम्मेदारी से काम किया है।

यह भी पढ़ें- लोकभवन में शुरू होगा सोशल मीडिया हब, जनता से सीधे जुड़ेगी योगी सरकार

सेंट्रल रोड फंड से 700 करोड़ मिलते हैं, लेकिन अब यूपी को 1000 करोड़ रुपये मिल पाएंगे। इन फंड से राजमार्ग और प्रमुख सड़कें बनाने का काम होगा। यूपी बड़ा राज्य है और यहां की सड़कों को मिलाने के लिए नितिन गडकरी जी ने रास्ता दिखा दिया है। उक्‍त बातें आज मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने राजधानी के बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रेक्षागृह में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला में कही।

डासना से कानपुर व कानपुर से लखनऊ तक बनेगा एक्‍सप्रेस वे: गडकरी

इस मौके पर कार्यक्रम में मुख्‍य अतिथि के रूप में उपस्थित केंद्रीय मंत्री नितनि गडकरी ने कहा कि रोड ज्यादा मत बनाओ, पब्लिक ट्रांसपोर्ट बनाओ क्योंकि लोगों की जरूरतें इसी से पूरी होंगी। उन्होंने घोषणा की कि डासना से कानपुर और कानपुर से लखनऊ एक्सप्रेस-वे बनाए जाएंगे। साथ ही केंद्रीय मंत्री ने बताया कि डासना से दिल्ली तक एक्सप्रेस वे का काम जारी है। जिसके शुरू होते ही चार घंटे का सफर लोग केवल 40 मिनट में पूरा कर सकेंगे।

यह भी पढ़ें- बाबा साहब को याद कर बोले योगी, छोटे को बड़ा करने में महानता

इस दौरान उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सभागार में बैठे हुए लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बगैर भ्रष्टाचार से मुक्त सड़कों का निर्माण कराना ही सरकार की इच्‍छा है।

उन्‍होंने आगे कहा कि सड़क बनाने की ऐसे तकनीक वैज्ञानिक और विशेषज्ञ ही तलाश कर सकते हैं जिसमें खर्च कम हो लेकिन उसकी गुणवत्ता बेहतर हो। श्री मौर्या गड़करी की ता‍रीफ करते हुए बोले कि हमें सड़क बनाने के लिए जब सोचना पड़ा तो गडकरी जी ने ही कहा है कि सड़कें बनाओ पैसे की कमी नहीं है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, सीएम योगी आदित्‍यनाथ और उप मुख्‍यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने दीप प्रज्‍वलित कर दो दिवसीय लखनऊ कांफ्रेंस का शुभारंभ किया।कार्यक्रम में नई तकनीक और कम लागत में उच्च गुणवत्ता और अधिक भार सहन करने वाली सड़कों के निर्माण पर विचार किया गया।

यह भी पढ़ें- सरकार के तीन साल पर मोदी ने दिया देश को एशिया के सबसे लंबे पुल का तोहफा