आरयू संवाददाता,
लखनऊ। गुडंबा इलाके के टेढ़ी पुलिया चौराहे के पास शनिवार की देर रात संदिग्ध हाल में कपड़े, जूते व अन्य सामानों की दुकान में आग लगने से हड़कंप मच गया। लोग कुछ समझ पाते इससे पहले ही आग ने विकराल रूप ले लिया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची फॉयर ब्रिगेड की आठ गाडि़यों ने करीब ढाई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि तब तक लाखों रुपए मूल्य का सामान जल चुका था।
बताया जा रहा है कि टेढ़ी पुलिया चौराहे से कुछ ही दूरी पर स्थित एमडी पैलेस के निकट एक खाली प्लॉट पर कपड़े, जूते, खिलौने व खाने-पीने की करीब डेढ़ दर्जन अस्थायी दुकानें काफी समय से लगायी जाती है। कल रात दुकानें बंद होने के बाद एकाएक रात करीब पौने 12 बजे कुछ दुकानों से आग की लपटें उठती देख लोगों ने इसकी जानकारी दुकान मालिकों के साथ फॉयर ब्रिगेड और पुलिस को दी।
एफएसओ इंदिरानगर उमाकांत सिंह ने बताया कि सूचना पाकर मौके पर इंदिरानगर के अलावा, गोमतीनगर, हजरतगंज, बीकेटी और चौक फॉयर स्टेशन की आठ गाडि़यां भी आग बुझाने में लगा दी गयी। रात करीब ढाई बजे आग पर काबू पाया गया। हालांकि तब तक 16 दुकानें व उनमें रखा सामान जलकर नष्ट हो चुका था। इंस्पेक्टर गुडंबा तेज प्रकाश सिंह के अनुसार पान की दुकान चलाने वाले पोलर की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा लिखकर मामले की जांच की जा रही है। प्रथम दृष्टया मामला शार्टसर्किट का लगा रहा है।
दुकानदारों ने की सड़क जाम की कोशिश
अग्निकांड में दुकान गंवाने वाले दुकानदार व आसपास के लोग घटना को लेकर देर रात काफी आक्रोशित हो गए। दुकानदारों ने आग लगने को साजिश बताते हुए मीडिया से कहा कि भू-माफिया काफी समय से जमीन पर निगांह लगाएं है। वो पहले भी जमीन खाली कराने की कोशिश कर चुका था, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली, जबकि गुडंबा पुलिस मामला जानने के बाद भी उसपर कार्रवाई नहीं करती है।
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गुस्साए लोगों ने इस दौरान सड़क जाम करने की भी कोशिश की। हालांकि घटना की जानकारी पाकर मौके पर पहुंचे आइपीएस/सीओ गाजीपुर अमित कुमार व इंस्पेक्टर गुडंबा तेज प्रकाश सिंह व अन्य ने लोगों को समझाने और उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर ऐसा न करने से मना लिया।
एक साथ जलने लगी दुकानें, परिवार से छिन गयी दीवाली की खुशियां
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि अगर दुकान में शार्टसर्किट से आग लगती तो किसी एक दुकान से आग शुरू होती, लेकिन एल शेप में लगायी गयी लगभग सारी दुकानें एक साथ ही जलने लगी थी। इसकी वजह से कोई भी दुकानदार अपना सामना बाहर नहीं निकाल पाया। जबकि दीवाली करीब होने की वजह से उन लोगों ने दुकानों में सामान भर रखा था। अग्निकांड को लेकर लोगों में गुस्से के साथ ही गम भी था। उनका कहना था कि आग ने उनसे दुकान व सामान के साथ ही उनके परिवार के दीवाली की खुशियां भी छीन ली है।
सीओ गाजीपुर अमित कुमार ने बताया कि दुकानदारों के आरोप को देखते हुए पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। आज फॉरेंसिक की टीम ने भी घटनास्थल का मुआयना करने के साथ ही चार-पांच जगह से नमूने एकत्र कर जांच के लिए भेजे हैं। आग लगने की वजह जल्द ही सामने आ जाएगी।