गुडंबा में घर के बाहर खेल रहे मासूम की खुले सेप्टिक टैंक में गिरकर दर्दनाक मौत, परिजनों में कोहराम, पुलिस को नहीं मिला जानलेवा लापरवाही का कोई जिम्‍मेदार

खुले सेप्टिक टैंक
मासूम की मौत के बाद परेशान दिखीं स्थानीय महिलाएं।

आरयू संवाददाता, लखनऊ। गुडंबा इलाके में बुधवार को लापरवाही ने हंसते-खेलते एक मासूम की जान ले ली। अतरौली गांव में खुले सेप्टिक टैंक में चार साल के मासूम की मौत हो गयी। मासूम की मौत से परिजनों में कोहराम मचा है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची गुडंबा पुलिस ने शव को कब्‍जे में लेकर पोस्‍टमॉर्टम के लिए भेज दिया था।

जानलेवा लापरवाही के बावजूद रात दस बजे तक पु‍लिस यह तय नहीं कर सकी थी कि लापरवाही का जिम्‍मेदार कौन है। एक परिवार की खुशियां छीनने के 11 घंटे बाद भी पुलिस द्वारा दोषी पर कोई कार्रवाई नहीं किए जाने को लेकर स्‍थानीय लोगों में सरकारी सिस्‍टम के प्रति गुस्‍सा है। कुछ लोग घटना के लिए सरकारी अमले तो कुछ मकान मालिक को जिम्‍मेदार बता रहे थे। वहीं घटना के बाद खासकर स्‍थानीय महिलाएं गमगीन व अपने बच्‍चों की सुरक्षा को लेकर खासी चिंतित नजर आयीं।

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गुडंबा पुलिस के अनुसार मूल रूप से झारखंड के गढ़वा जिले के निवासी टुन्‍ना चौधरी लखनऊ में मजदूरी करता है। टुन्‍ना पत्‍नी व चार वर्षीय बच्‍चे राज के साथ अतरौली गांव स्थित दर्शन गौतम के मकान में किराए का कमरा लेकर रह रहा था। आज पूर्वान्‍ह करीब 11 बजे बेटा राज घर के बाहर खेल रहा था, तभी पास में ही खुले एक सेप्टिक टैंक में गिर गया। लोग घटना के बारे में जानकर जब तक उसे बाहर निकालते उससे पहले ही मासूम की सांसें थम चुकी।

कुछ ही देर में हंसते-खेलते बच्‍चे की मौत का पता लगते ही मां-बाप व अन्‍य परिजनों में कोहराम मच गया। इस बीच जानकारी पाकर घटनास्‍थल पर पहुंची गुडंबा पुलिस ने शव को कब्‍जे लेकर पोस्‍टमॉर्टम के लिए भेजा।

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वहीं ग्रामीणों में खुले सेप्टिक टैंक को लेकर जिम्‍मेदार अफसरों की ओर से कोई कार्रवाई न होने से रोष था। लोगों का आरोप है कि कई बार संबंधित अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ, साथ ही कुछ लोग जिसके मकान से जुड़ा सेप्टिक टैंक था उसे भी लापरवाह बताते हुए नाराजगी जाहिर कर रहें।

वहीं घटना के करीब 11 घंटे बाद मासूम की जान लेने वाले पर कार्रवाई के बारे में इंस्‍पेक्‍टर गुडंबा ने तर्क दिया कि कोई तहरीर नहीं मिलने के चलते किसी के खिलाफ मुकदमा नहीं दर्ज किया जा सका है। जब तहरीर मिलेगी तो एफआइआर की जाएगी, इसके अलावा सेप्टिक टैंक के मकान मालिक का पूरा नाम भी इंस्‍पेक्‍टर नहीं बता सके, उन्‍होंने कहा अभी तक यही पता चला है कि मकान किसी सोनू का है।

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