आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर गुरुवार को यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर सीधा हमला बोला है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा राज लूट राज का पर्याय बन गया है। इसमें कोई भी सुरक्षित नहीं है। किस निर्दोष की हत्या कब कहां हो जाए कुछ पता नही है? मुख्यमंत्री 24 घंटे में अपराधों के खुलासे के चाहे जितने अल्टीमेटम दें प्रशासनिक तंत्र पर उसका कोई असर नहीं होता दिखाई देता है।
प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के जेएचवी मॉल में दो लोगों की हत्या व दो को गोली मारकर घायल करने की घटना का जिक्र करते हुए अखिलेश यादव ने मीडिया से कहा कि न प्रधानमंत्री सुरक्षा दे पा रहे हैं, न सीएम। दीवाली से पहले यूपी में खून की होली खेली जा रही हैं। माल में दो बेकसूरों की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। जबकि कुंभ नगरी, उपमुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री के क्षेत्र प्रयागराज में छात्रावास के अंदर सुमित शुक्ला की हत्या हो गई।
वहीं रायबरेली के हीरा व्यापारी लोकेश दुबे से जौनपुर में बदमाशों ने 1.70 करोड की ज्वेलरी और रूपए लूट लिए और सर्राफ को गोली मार दी। दिनदहाड़े इस घटना से आतंक व्याप्त है। मुख्यमंत्री के नियंत्रण में प्रशासकीय मशीनरी नहीं रह गई है। हालत यह है कि राजधानी लखनऊ में ही घटी कई संगीन घटनाओं का खुलासा नहीं हो पा रहा है।
सपा अध्यक्ष ने आगे कहा कि इन परिस्थितियों में यह उम्मीद करना कि भाजपा सरकार कानून-व्यवस्था कायम रख सकेगी महज छलावा के अलावा कुछ नहीं है। अपराधियों के बुलंद हौसले और पुलिस तथा प्रशासन के सुस्त रवैये को देखते हुए तो यही कहा जा सकता है कि कोई सभ्य व्यक्ति यदि लुटा-पिटा नहीं है तो इसलिए कि अपराधियों की उस पर नजर नहीं पड़ी है।
अखिलेश ने कहा कि खेद इस बात का है कि प्रदेश की दिन पर दिन बिगड़ते हालत को देखते हुए भी राज्यपाल महोदय ने मौन धारण कर रखा है। अपने संवैधानिक दायित्व का निर्वाह करते हुए उन्हें तत्काल भाजपा की राज्य सरकार में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर राष्ट्रपति को अपनी रिपोर्ट भेजनी चाहिए।