आरयू ब्यूरो
लखनऊ। प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी आज केजीएमयू पहुंचे। जहां उन्होंने 56 वेंटिलेटर्स का लोकार्पण किया। इस दौरान सीएम ने कहा कि केजीएमयू का देश-दुनिया में काफी नाम है। इस नाम को बनाए रखने के लिए यही लक्ष्य होना चाहिए कि हमें लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देना होगा। डॉक्टरों को यहां आने वाले हर किसी का दुख-दर्द समझना चाहिए।
यूपी में हम 6 एम्स जैसे संस्थान और 25 मेडिकल कॉलेज बनाएंगे। उत्तर प्रदेश को पांच लाख डॉक्टरों की जरूरत है। उन्होंने कहा कि डाक्टर आजकल मरीजों की बात तक नहीं सुनते, ये मरीजों और देश के साथ धोखा है। डॉक्टरों को उनकी बात सुननी चाहिए।
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सीएम ने कहा कि हर जगह मरीजों और डॉक्टरों के बीच विवाद और झगडे़ की खबरें सुनने को मिलती हैं। डॉक्टरों को मरीजों के प्रति अच्छा व्यवहार करना चाहिए। डाक्टरों का अच्छा व्यवहार उनकी आधी बीमारी दूर कर देता है।
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गरीब मरीज बहुत उम्मीद से डॉक्टर के पास आतें हैं। उन्होंने डाक्टरों से कहा कि अगर आप गरीब का अच्छा इलाज करते हैं तो उनकी दुआए आपकों मिलेंगी, जिससे बढ़कर कुछ नहीं होता।
योगी ने कहा कि 31 तारीख को सचिवालय में बैठने पर देखा कि फाइलों का ढेर लगा हुआ था। जब इस बारे में पूछा कि ये सब क्या है तो पता चला कि बजट की फाइलें हैं, काम नहीं हुआ है। आने वाले 5 सालों में यूपी 25 नए मेडिकल कॉलेज बनाने हैं।
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फैकल्टी का चैलेंज फिर से आएगा, अभी हमारे पास अच्छे छाक्टरों की कमी है। क्योंकि अच्छे छाक्टरों में से कुछ को सैफई तो कुछ को कन्नौज शिफ्ट किया गया है, लेकिन अब डाक्टरों की कमी नहीं होगी इसे पूरा करने के लिए हमें कोशिश करनी होगी।
सीएम ने कहा कि गोरखपुर में इंसेफेलाइटिस से मौतें हो रही हैं। इस बीमारी से बचने के लिए टीका तक विकसित नहीं है। गोरखपुर में हमने अस्पतालों में लड़-झगड़कर सुविधाएं दिलवाईं। एक डॉक्टर के लिए सरकार बहुत पैसा खर्च करती है।