आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। हसनगंज के मक्कागंज में डूडा के अफसर के इकलौते बेटे ने फांसी लगाकर जान दे दी। 22 वर्षीय युवक बीटेक में बैक आने पर परेशान चल रहा था। घटना की जानकारी लगते ही परिजनों में रोना-पीटना मच गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। हसनगंज पुलिस के मुताबिक उसे मौके से काई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
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मिली जानकारी के अनुसार डूडा में अधिकारी अब्दुल कादिर कौशांबी में तैनाती होने के चलते वहीं रहते हैं। जबकि उनकी पत्नी शहीन बेटे असद और बेटी के साथ मक्कागंज में रहती है। असद इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में बीटेक सेकेंड ईयर का छात्र था। कल रात मां दोनों बच्चों के साथ एक ही कमरे में सो रही थी। रात में किसी समय असद बगल के कमरे में चला गया और चादर के फंदे के सहारे पंखे से लटककर जान दे दी। सुबह कॉलेज भेजने के लिए शहीन उसे जगाने पहुंची तो कमरे में बेटे की पंखे से लटकती लाश देख उनके पैरों तलों जमीन खिसक गई।
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रेजल्ट आने के बाद से रहता था गुमसुम
अब्दुल कादिर ने बताया कि कुछ दिन पहले ही असद का रिजल्ट आया था। जिसमें उसका बैक आया था। रिजल्ट के बाद से ही वह काफी गुमसुम रहने लगा था। जिसपर उन्होंने समझाया भी था कि जिंदगी में उतार-चढ़ाव लगे रहते है, लेकिन वह नहीं माना और हम सबको छोड़कर चला गया। इतना कहते ही इकलौते बेटे को हमेशा के लिए खो चुके कादिर रो पड़े। वहीं दूसरी ओर उनकी पत्नी और बेटी का भी रो-रोकर बुरा हाल है।
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