आरयू स्पोर्ट्स डेस्क। दुनिया के क्रिकेट के इतिहास में रविवार को एक नया अध्याय जुड़ गया। लार्ड्स के ऐतेहासिक मैदान पर खेले गए वर्ल्ड कप 2019 के फाइनल मुकाबले मेजबान इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड से जीत लिया है। सांस रोक देने वाले इस खिताबी मुकाबले का फैसला सुपर ओवर में हुआ है।
लगातार दूसरी बार फाइनल में पहुंचने वाली न्यूजीलैंड की टीम ने आज टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड के सामने 242 रन का लक्ष्य रखा था। जवाब में इंग्लैंड भी निर्धारित 50 ओवर्स में 241 रन ही बना पाया। सुपर ओवर में मैच जाने के बाद इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड के सामने 16 रन का लक्ष्य रखा था, यहां पर भी स्कोर टाई ही रहा, लेकिन ज्यादा बाउंड्री लगाने के चलते इंग्लैंड मुकाबले का विजेता घोषित किया गया।
वहीं आज खेले गए इस मैच में न्यूजीलैंड की तेज गेंदबाजी के सामने इंग्लैंड के बल्लेबाज संघर्ष करते दिखे। मात्र 84 रनों पर चार विकेट गवांने के बाद स्टोक्स और बटलर ने इंग्लैंड के लिए संघर्ष जरूर किया और वही काम आया। स्टोक्स की शानदार बल्लेबाजी की बदौलत मुकाबला सुपर ओवर में पहुंचा जिसमें इससे इंग्लैंड ने बाजी मारी।
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पहले क्रिस वोक्स और लियाम प्लंकेट की घातक गेंदबाजी से इंग्लैंड ने वर्ल्ड कप फाइनल में रविवार को न्यूजीलैंड की केन विलियमसन पर जरूरत से ज्यादा निर्भरता का खुलासा करके उसकी टीम को आठ विकेट पर 241 रन ही बनाने दिये।
वोक्स ने 37 रन देकर तीन विकेट हासिल किये। प्लंकेट ने बीच के ओवरों में वोक्स ने 37 रन देकर तीन विकेट हासिल किये। प्लंकेट ने बीच के ओवरों में गेंद थामी तथा 42 रन देकर तीन विकेट लिये। जोफ्रा आर्चर और मार्क वुड ने एक-एक विकेट लिया।
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इंग्लैंड ने डेथ ओवरों में शानदार गेंदबाजी तथा अंतिम दस ओवर में केवल 62 रन दिये। न्यूजीलैंड के लिये हेनरी निकोल्स (77 गेंदों पर 55) और विलिमयसन (53 गेंदों पर 30) ने दूसरे विकेट के लिये 74 रन जोड़े। कप्तान विलिमयसन के आउट होते ही टीम लड़खड़ा गयी। उसके बाकी बल्लेबाजों ने भी अच्छी शुरुआत की, लेकिन केवल टॉम लैथम (56 गेंदों पर 47) ही 20 रन की संख्या पार कर पाये।