आरयू वेब टीम। जहां देश में बड़ी संख्या में लोग ईवीएम पर संदेह जताते हुुए उसको बैन कर बैलेट पेपर से वोटिंग कराने की मांग कर रहें हैं। वहीं चुनाव आयोग ने मतदान के लिए एक नया प्रयोग शुरू कर दिया है। चुनाव आयोग ने प्रवासी श्रमिकों और छात्रों के लिए दूरस्थ मतदान को सक्षम करने के लिए एक प्रोटोटाइप विकसित किया है।
चुनाव आयोग ने 16 जनवरी को सभी पार्टियों के लिए इसका लाइव डेमो भी रखा है। ईसी ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि उसने प्रवासियों के गृह निर्वाचन क्षेत्रों के बाहर मतदान केंद्रों पर मतदान को सक्षम करने के लिए एम3 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) बनाई है।
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ईसीआई ने प्रदर्शन के लिए आठ मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और 57 राज्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया है। चुनाव आयोग ने गुरुवार को बताया कि घरेलू प्रवासी मतदाताओं के लिए मल्टी कॉन्सिट्यूएंसी रिमोट ईवीएम तैयार की है।
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ये एक सिंगल रिमोट पोलिंग बूथ से 72 निर्वाचन क्षेत्रों को संभाल सकती है। चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों से 31 जनवरी तक इस वोटिंग सिस्टम को लेकर अपनी राय देने को कहा है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि यह विचार कम मतदान प्रतिशत के मुख्य कारणों, शहरी, युवा उदासीनता, और प्रवासियों की मतदान करने में असमर्थता को संबोधित करने के लिए था।
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ईसीआई ने कहा कि वह घरेलू प्रवासियों के लिए उनके निवास स्थान से बहु-निर्वाचन क्षेत्र के दूरस्थ मतदान के लिए तैयार है। बयान में कहा गया है, “ईवीएम का यह संशोधित रूप एक रिमोट पोलिंग बूथ से 72 कई निर्वाचन क्षेत्रों को संभाल सकता है।