आरयू वेब टीम। सेवानिवृत सैनिकों को मेडिकल सहायता उपलब्ध कराने वाले देशभर के सभी ईसीएचएस क्लीनिकों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अनुबंध पर मेडिकल स्टॉफ रखा जाएगा। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इसकी अनुमति दे दी है। यह स्टाफ देशभर के सभी ईसीएचएस क्लीनिकों में रखा जाएगा और शुरुआत में अनुबंध तीन महीने का होगा।
रक्षा मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि हर ईसीएचएस क्लीनिक में एक मेडिकल अधिकारी, नर्सिंग असिस्टेंट, फार्मासिस्ट, ड्राइवर और चौकीदार की नियुक्ति होगी और यह नियुक्तियां स्टेशन हेडक्वॉर्टर के जरिए होगी तथा सभी ईसीएचएस क्लीनिकों में इस स्टाफ को नाइट ड्यूटी के लिए नियुक्त किया जाएगा।
रक्षा मंत्रालय ने कहा, “देश में कोविड-19 के वर्तमान संकट से निपटने के लिये रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अस्थायी भर्ती के तहत पूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना (ईसीएचएस) के तहत 51 पॉली क्लिनिकों में अनुबंध के आधार पर अतिरिक्त कर्मियों की भर्ती को मंजूरी प्रदान की है।”
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह राजनाथ सिंह ने कहा था कि सशस्त्र सेना और रक्षा मंत्रालय महामारी से निपटने में नागरिक प्रशासन को मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। मंत्रालय ने कहा कि चिंहित ईसीएचएस पॉलीक्लिनिक्स के लिए अनुबंध पर भर्ती किये जाने वाले कर्मियों में चिकित्सा अधिकारी, नर्सिंग सहायक, फार्मासिस्ट, ड्राइवर और चौकीदार शामिल हैं जिन्हें स्टेशन मुख्यालय में रात की ड्यूटी के लिए तीन महीने के लिए काम पर रखा जाएगा।
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जिन ईसीएचएस पॉली क्लिनिकों में कर्मचारियों को बढ़ाया जायेगा उनमें लखनऊ, दिल्ली कैंट, बेंगलूरू, देहरादून, कोटपुतली, अमृतसर, मेरठ, चंडीगढ़, जम्मू, नयी दिल्ली (लोधी रोड), सिकंदराबाद, आगरा, अंबाला, ग्रेटर नोएडा, गुरदासपुर, पुणे और तिरूवनंतपुरम शामिल हैं।
इस योजना के दायरे में जालंधर, कानपुर, गुरुग्राम, होशियारपुर, मोहाली, चंडीमंदिर, इलाहाबाद, गाजियाबाद (हिंडन), पठानकोट, जोधपुर, लुधियाना, रोपड़, दानापुर (पटना), खड़की, पालमपुर, बरेली, कोल्हापुर, योल और दक्षिण पुणे स्थित ईसीएचएस क्लिनिक भी आयेंगे। इसे अलावा विशाखापत्तनम, जयपुर, गुंटूर, बैरकपोर, चेन्नई, गोरखपुर, पटियाला, नोएडा, भोपाल, कोच्चि, वेल्लोर और रांची स्थित ईसीएचएस क्लिनिक भी शामिल हैं।