आरयू वेब टीम।
देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव की सीटों की पूरी स्थिति साफ हो चुकी है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस के शानदार प्रदर्शन के बदौलत उसे संजीवनी मिल चुकी है। एमपी में जहां कांग्रेस ने अपने पक्ष में हुई वोटों की इस बारिश से 15 साल का सूखा समाप्त किया है।
वहीं छत्तीसगढ़ में रिकॉर्ड वापसी की है। इसके अलावा राजस्थान के मतदाताओं ने सत्ता परिवर्तन की परंपरा बरकरार रही है। राजस्थान में अशोक गहलोत के अनुभव और सचिन पायलट के जोश का कॉकटेल कांग्रेस के लिए जादू कर गया।
वहीं तेलंगाना की बात की जाए तो यहां जनता को कांग्रेस-टीडीपी गठबंधन रास नहीं आया और एक बार फिर जनता ने केसीआर पर ही भरोसा जताया है। दूसरी ओर मिजोरम कांग्रेस के हाथ से निकल चुका है, इसके साथ ही पूर्वोत्तर में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया।
नीचे देखें सीटों के आंकड़े-
मध्य प्रदेश: कुल सीट- 230
कांग्रेस- सीटें 114,
भाजपा- सीटें 109,
बसपा- सीटें 02,
सपा- सीटें 01,
अन्य- सीटें 04,
इसके साथ ही मध्य प्रदेश में कांग्रेस के लिए सरकार बनाना कोई मुश्किल काम नहीं है। दरअसल सपा ने पहले ही कांग्रेस को समर्थन का एलान किया है। वहीं अगामी लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार से दलितों की नाराजगी को भांपते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी कांग्रेस के साथ जाने में ही अपनी भलाई समझी है। जबकि चार निर्दलीय भी कांग्रेस के बागी हैं, इसलिए उन्हें अपने पाले में लाने में भी कांग्रेस को ज्यादा मुश्किल नहीं होगी। इसके साथ ही लोगों की दिलचस्पी इस बात पर भी है कि कांग्रेस आलाकमान किसे सीएम की कुर्सी पर बैठाता है। कमलनाथ और सिंधिया दोनों ही रेस में हैं।
राजस्थान: कुल सीट-199
कांग्रेस- सीटें 99,
भाजपा- सीटें 73,
बसपा- सीटें 06,
अन्य- सीटें 20
राजस्थान की बात की जाए तो यहां वसुंधरा राजे ने कहा हार मान ली है और कहा है कि जनता की आवाज को विधानसभा में उठाएंगी। राजस्थान में सरकार बदलने की परंपरा बरकरार है। कांग्रेस के लिए अब मुख्यमंत्री चुनने की बारी है, जिसमें अशोक गहलोत और सचिन पायलट रेस में हैं।
छत्तीसगढ़: कुल सीट- 90
कांग्रेस- सीटें 68,
बीजेपी- सीटें 15,
बसपा- सीटें 02,
अन्य- सीटें 05,
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की बंपर जीत हुई है। यहां राहुल गांधी का जादू लोगों की सिर चढ़कर बोला जिसकी वजह से पंद्रह साल से सत्ता पर काबिज बीजेपी 90 में सिर्फ 15 सीटों पर ही सिमट गई है। रमन सिंह ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया है। अब मध्य प्रदेश और राजस्थान की तरह सभी की निगाहें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ओर है कि छत्तीसगढ़ में किसे कुर्सी सौंपी जाएगी।
मिजोरम: कुल सीट- 40
एमएनफ- सीटें 27,
कांग्रेस- सीटें 7,
बीजेपी- सीटें 1,
अन्य- सीटें 5,
इस आंकड़े के साथ पूर्वोत्तर का आखिरी राज्य मिजोरम भी कांग्रेस के हाथ से निकल चुका है। राज्य ने एमएनएफ पर भरोसा दिखाया है। वहीं बीजेपी एक सीट पाने में कामयाब रही है। यहां कांग्रेस का प्रदर्शन उसके लिए निराशाजनक रहा। कांग्रेस की हालत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पांच बार के सीएम पी ललथनहवला दो जगह से चुनाव लड़े और दोनों ही जगह से हार गए।
तेलंगाना: कुल सीट- 119
टीआरएस- सीटें 88,
कांग्रेस- सीटें 21,
बीजेपी- सीटें 1,
अन्य- सीटें 2,
तेंलगाना में केसीआर की टीआरएस दोबारा सत्ता पाने में कामयाब रही। लोगों को कांग्रेस और टीडीपी का गठबंधन रास नहीं है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि केसीआर कल मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी भी केसीआर के समर्थन में थे और खुद को उनका सिपाही बता रहे थे।
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