बागपत में दिनदहाड़े मां-बेटी व दो सुरक्षाकर्मियों समेत पांच की गोली मारकर हत्‍या

five murder in bagpat
घटना के बाद घर के बाहर जुटी पुलिस व ग्रामीणों की भीड़।

आरयू स्‍टेट डेस्‍क

बागपत। मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव की लाख कोशिशों के बाद भी यूपी पुलिस अपराधियों के सामने बौनी नजर आ रही है। सोमवार को दिनदहाड़े बदमाशों ने बागपत जिले के दोघट के गांगनौली गांव में मां-बेटी समेत पांच लोगों की गोलियों से भूनकर हत्‍या कर दी। मरने वालों में पुलिस व पीएसी के एक-एक जवान भी शामिल हैं। जबकि पुलिस का एक सिपाही गोली लगने से गंभीर रूप से घायल है। बागपत में हुई इस दुस्‍साहासिक घटना ने पुलिस महकमें में खलबली मचा दी हैं।

पीएसी व पुलिस के जवान परिवार की सुरक्षा में लगाए गए थे। इसके बाद भी बेखौफ बदमाशों ने न सिर्फ एक ही परिवार के तीन सदस्‍यों की हत्‍या कर दी। बल्कि सुरक्षा में लगे पुलिस व पीएसी के तीन जवानों को भी गोलियों से भून डाला। जाते-जाते बदमाश पुलिस की कार्बाइन भी लूट ले गए। डीजीपी के निर्देश के बाद करीब दर्जन भर टीमें बदमाशों की धरपकड़ में छापेमारी कर रही है। दूसरी ओर दिल दहला देने वाली घटना से इलाकाई लोगों में दहशत हैं।

घटना के पीछे कुख्‍यात गैंग प्रमोद व सद्दाम हाथ बताया जा रहा हैं। वही शातिर बदमाश परवीन तोतला के भी इसमें शामिल होने की बात सामने आ रही है। घटना के बाद मौक पर पहुंचे पुलिस के आला अधिकारियों को लोगों के गुस्‍से का सामना करना पड़ा। लोगों का कहना था कि बदमाशों ने खुली चुनौती देने के बाद घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने जानकारी के बाद भी उसके हिसाब से सुरक्षा के व्‍यापक प्रबंध नहीं किए।

कुख्‍यात प्रमोद व सद्दाम गैंग ने वर्ष 2013 में मुखबिरी के शक में गांगनौली के परीक्षित की गोली मारकर हत्‍या कर दी थी। फिलहाल परीक्षित की मां सविता बेटे के हत्‍यारों को सजा दिलाने के लिए मामले की पैरवी कर रहीं थीं। हत्‍यारें पैरवी नहीं करने के लिए लगातार परिवार को धमका रहे थे। जिसकी शिकायत पीडि़त परिवार ने इलाकाई पुलिस से लेकर एसपी तक से की थी। बताया जा रहा है कि आज दोपहर के समय परिवार के सदस्य और सुरक्षाकर्मी घर पर लेटे हुए थे। तभी असलाहे से लैस होकर घर में घुसे करीब आधा दर्जन बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। प्रत्‍यक्षदर्शी के मुताबिक बदमाशों ने एक वर्दीधारी से कार्बाइन छीनकर उससे भी गोलियां वहां मौजूद लोगों पर चला दी। गोलियों की तड़तड़ाहट से पूरा इलाके गूंज उठा। दहशत से भरे ग्रामीण जब तक हिम्‍मत जुटाकर मौके पर पहुंचते। उससे पहले ही बदमाश असलहा लहराते हुए वहां से जा चुके थे।

गोली लगने से सविता उनकी बेटी प्रीति सविता के पिता मांगेराम, पीएसी के एचपीसी राकेश कुमार, पुलिस के सिपाही विजय कुमार की मौत हो गई। जबकि दूसरे सिपाही प्रताप सिंह की हालत गंभीर बनी हुई। घटना को अंजाम देने तरीके से लोग अंदाज लगा रहे थे कि बदमाशों का मकसद हत्‍या करने के साथ ही लोगों में दहशत फैलाना भ्‍ाी था।