आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। गुरुवार को विधानसभा में उस समय हड़कंप मच गया जब वहां की वीआइपी कैंटीन में एक युवक ने अपना ही गला चाकू से रेत डाला। करीब 35 वर्षीय युवक कैंटीन में ही काम करता है। बेहद गंभीर हालत में युवक को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। जहां उसने चाकू रेतने की वजह के बारे में पूछे जाने पर कहा कि उसे भगवान भोलेनाथ बुला रहें हैं। फिलहाल युवक की हालत नाजुक बनी हुई है। दूसरी ओर पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।
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बताया जा रहा है कि लालकुआं इलाके के निवासी राम कैलाश का अविवाहित बेटा अजय कश्यप (35) विधानभवन की वीआईपी कैंटीन में नौकरी करता है। आज दोपहर विधानभवन में सत्र चल रहा था उसी दौरान अजय कैंटीन के स्टोर में पहुंचा और मौका पाकर ब्रेड काटने वाले चाकू से अपना गला रेत लिया। कुछ ही देर में दूसरे कर्मचारियों ने खून से लथपथ अजय को जमीन पर पड़ा देखा तो हड़कंप मच गया।
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कैंटीन संचालक अजय कुमार ने इसकी सूचना मार्शल को दी। जिसके बाद अजय को सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार करने के साथ ही अजय की हालत को गंभीर बताते हुए ट्रॉमा सेंटर के लिए रेफर कर दिया। ट्रॉमा में उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। अस्पताल में काफी मुश्किल से बोल पा रहे अजय ने कहा कि उसे जीना नहीं है। उसे भगवान शंकर भोलेनाथ बुला रहे हैं।
वहीं इंस्पेक्टर हजरतगंज राधा रमण सिंह ने बताया कि परिजनों के अनुसार अजय का मानसिक संतुलन आजकल कुछ ठीक नहीं चल रहा था। जिसके चलते उसने पहले भी परिजनों से भगवान भोलेनाथ के बुलाने वाली बात कही थी। जिसपर घरवालों ने उसे समझाया था। इंस्पेक्टर ने कहा कि अजय ने खुद से अपने ऊपर हमला किया है ये बात साफ हो चुकी है, पुलिस गहनता से मामले की जांच कर रही है।
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